खरीफ की फसल में भारी नुकसान,मुआवजे की आस लगाए अन्नदाता उतरे सड़कों पर
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बक्सवाहा किसान हितैषी होने का दावा करने वाली शिवराज सरकार के राज में किसान सड़कों पर है और अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ने को मजबूर है।
लंबे समय से प्राकृतिक आपदाओं की मार झेल रहे किसान अब आर्थिक रूप से टूट चुके हैं किसानों की माने तो उनकी फसलें कभी सूखे के चलते तो कभी अतिवृष्टि से तुषार से तो कभी टिड्डियों के आतंक से नष्ट होती आ रही है उनका कहना है कि लगातार बर्बाद हो रही फसलों के चलते हमारी आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर हो गई है तो वही कर्ज के बोझ में किसान डूब चुके हैं अब तो हालात यह है की फसलों के लिए लागत जुटाने को हमें अपनी ही जमीन का कुछ हिस्सा बेचना पड़ता है अगर यही हालात रहे तो हमारे पास पलायन ही एक मात्र उपाय रहेगा किसान शासन से मुआवजा मिलने की राह देख रहा है मुआवजा नहीं मिला तो अन्नदाता सड़कों पर आ जाएगा किसानों का कहना है की पिछले लंबे समय से प्राकृतिक आपदाओं के चलते हमारी फैसले खराब हुई पर इस बार खरीफ की फसल से हमे अच्छे उत्पादन की उम्मीद थी लेकिन कम बारिश के चलते फसलें पूर्णता खराब हो गई है आज बक्सवाहा समेत क्षेत्रीय किसानों ने प्रदर्शन कर तहसील कार्यालय पहुंचे जहां मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार भरत पांडे को ज्ञापन सौंपा जिसमे उनका कहना है की फसलों में हुए नुकसान का सर्वे कराकर अतिशीघ्र उचित मुआवजा दिया जाए।
क्षेत्रीय किसानों ने शीघ्र मांगे पूरी ना होने की स्थिति में उग्र आंदोलन कर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है
ज्ञापन सौंपने में आशिक मंसूरी, सुरेश तिवारी, वीरेंद्र दुबे, साहब सिंह, रूप सिंह, नरेंद्र लोधी, छत्रपाल सिंह, लोकेंद्र ठाकुर, राहुल लोधी, बली पटेल, सुंदर सिंह लोधी, राममिलन तिवारी, मनीष लोधी, भगवान दास सेन, सुरेंद्र लोधी, सैकड़ो की संख्या में किसान मौजूद रहे
संवाददाता : गनेश रैकवार
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