सहायक यंत्री पर जिला पंचायत सीईओ मेहरबान
समग्र शिक्षा अभियान में पदस्थ सहायक यंत्री एवं उपयंत्रियों की सेवाएं मनरेगा अथवा अन्य विभाग के निर्माण कार्यो से मुक्त रखने के लिये राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल के संचालक ने कलेक्टर एवं जिला सह मिशन संचालकों को निर्देश जारी किया था। बावजूद इसके जिला पंचायत सिंगरौली के मुख्यकार्यपालन अधिकारी ने राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक के निर्देश को किनारे कर एक सहायक यंत्री पर मेहरबानी दिखाया है।
दरअसल राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल के तत्कालीन संचालक धनराजू एस ने 23 दिसम्बर 2021 को प्रदेश के समस्त कलेक्टर एवं सह जिला मिशन संचालकों को एक निर्देश जारी किया था कि समग्र शिक्षा अभियान यानि जिला शिक्षा केन्द्र अंतर्गत सहायक यंत्री एवं उपयंत्री कार्यरत हैं। निर्माण कार्यो की भौतिक एवं वित्तिय प्रगति की समीक्षा में पाया गया कि उक्त सहायक यंत्री एवं उपयंत्री ही सेवाएं जिले स्तर से मनरेगा के कार्यो में ली जा रही है। जिससे समग्र शिक्षा अभियान के कार्यो को पूर्ण करने में शिथिलता बरतने के कारण प्रगति नहीं आ पा रही हैं। पत्र में यह भी जिक्र किया गया था कि जिले द्वारा निर्माण कार्यो को विगत कई वर्षो से पूर्ण न करने पर स्पिल ओवर बजट को उपयोग नहीं हो पा रहा है। परिणाम स्वरूप भारत सरकार द्वारा नवीन कार्यो के लिये प्रदेश को बहुत कम बजट स्वीकृत किया जा रहा है। उन्होंने पत्र में साफ तौर पर लिखा था कि किसी भी हालत में जिला शिक्षा के न्द्र के सहायक यंत्री एवं उपयंत्रियों को मनरेगा अथवा अन्य विभागों के निर्माण कार्यो से मुक्त रखें। किन्तु सूत्र बता रहे हैं कि जिला पंचायत सिंगरौली के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र के उक्त निर्देशों को नजर अंदाज कर जिला शिक्षा केन्द्र में पदस्थ सहायक यंत्री विनोद शाह पर मेहरबानी दिखाते हुये ग्रामीण यांत्रिकी सेवा में बतौर सहायक यंत्री के रूप में अतिरिक्त कार्य सौपते हुये मनरेगा से जुड़े हुये सेक्टर देवरी, खुटार, रैला एवं भलया टोला का जिम्मा सौंप दिया है। हालांकि यह आदेश 27 मार्च 2023 का है। जिला पंचायत सीईओ ने उक्त आदेश में साफ तौर पर लिखा था कि जिला शिक्षा केन्द्र सिंगरौली के सहायक यंत्री विभागीय कार्य के साथ-साथ जनपद पंचायत बैढऩ के सेक्टर अंतर्गत चल रहे निर्माण कार्यो का अतिरिक्त कार्य संपादित करेंगे। जिस दौरान जिला पंचायत सीईओ ने यह पत्र जारी किया था उस समय भी उक्त आदेश को लेकर तरह-तरह की चर्चाएॅ की जा रही थी। हाल ही में चितरंगी के 50 सीटर केजीविव्ही के हैण्ड ओवर का मामला गरमाने के बाद अतिरिक्त प्रभार का मामला एक बार फिर से बाहर निकल आया और अब उक्त आदेश को लेकर जिला पंचायत सीईओ के सहायक यंत्री पर मेहरबानी को लेकर विभाग में ही तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। हालांकि यह मामला अब भोपाल के राज्य शिक्षा केन्द्र तक पहुंचने की खबर है। किन्तु जिला पंचायत सीईओ की कार्यप्रणाली भी चर्चाओं में है। अब भाजपा के कार्यकर्ता ही कहने लगे हैं कि पंचायत विभाग में मची भर्रेशाही से प्रदेश सरकार की छवि धूमिल की जा रही है। कहीं इसके पीछे कथित अधिकारियों का साजिश तो नहीं है कि भाजपा को आगामी विधानसभा चुनाव में झटका लगे। हालांकि यह कुछ भाजपाई कार्यकर्ता आपस में चाय, पान ठेलों पर चर्चा करते नजर आते हैं।
जिला शिक्षा केन्द्र का कामकाज हो रहा बाधित
सूत्रों के मुताबिक जिला शिक्षा केन्द्र में पदस्थ सहायक यंत्री को जनपद पंचायत बैढ़ के मनरेगा के सेक्टरों का अतिरिक्त प्रभार दिये जाने के बाद से जिला शिक्षा केन्द्र के कार्यों में रूचि नहीं ली जा रही है। जिसके चलते जिला शिक्षा केन्द्र के कामकाज प्रभावित हो रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि अधिकांश समय मनरेगा के कामकाजों पर रहता है। जिसके चलते जिला शिक्षा केन्द्र पर ध्यान हट गया है। वहीं यह भी आरोप है कि सहायक यंत्री के अन्य कई कामकाज हैं। जिसका भी खुलासा धीरे-धीरे किया जा रहा है। वहीं सहायक यंत्री के इस कृत्य की शिकायत भी वरिष्ठ अधिकारियों के यहां पहुंच रही है। उधर सहायक यंत्री पर जिला पंचायत सीईओ की दयादृष्टि भी समझ से परे है।
संवाददाता - आशीष सोनी
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