Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

Responsive Advertisement

शासकीय अस्पताल महंगे इलाज और महंगे खर्चों से बचने के लिए होते हैं


 शासकीय अस्पताल महंगे इलाज और महंगे खर्चों से बचने के लिए होते हैं



   शासकीय अस्पताल महंगे इलाज और महंगे खर्चों से बचने के लिए होते हैं लेकिन यह तो प्राइवेट अस्पतालों से भी महंगे पढ़ रहे हैं जी हां ऐसा ही एक मामला सामने आया है  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुंभराज में फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाने के एवज में एक युवक से ₹500 रुपये मांगे। मामला यह रहा  युवक  दक्ष शर्मा को फिटनेस सर्टिफिकेट के लिए सुबह डॉक्टर के पास तो डॉक्टर ने सर्टिफिकेट के लिये 500 रुपये मांगे। युवक ने इतने रुपये देने से माना किया तो  डॉक्टर ने सर्टिफिकेट बनाने से साफ मना कर दिया। कहा 500 रुपये दो तभी सर्टिफिकेट बनेगा अन्यथा नही बनेगा। और कहा कल दूसरे डॉक्टर आएंगे उनसे बनवा लेना। रुपये न होने पर युवक अपने घर चला गया। युवक को सर्टिफिकेट अतिआवश्यक था इसलिए दोपहर को 500 रुपये देकर डॉ एमएस जाटव से सर्टिफिकेट बनवाया। खास बात यह रही बिना शारीरिक जांच के फिटनेस सर्टिफिकेट बना दिया। 

इस बात की जानकारी पत्रकार द्वारा ली कहा में अपनी रिस्क पर सर्टिफिकेट बनाता हूँ इसके एवज में 500 रुपये ले लिये क्या गलत किया। और कहा यदि आपको गलत लगता है आप 1 नही 10 अखबारों में खबर लगा दो मुजे कोई फर्क नही पड़ता है। मेरे पास पहले से ही सब जबाव तैयार रहते है।

शासकीय अस्पताल कुंभराज में चल रही है सबसे बड़ी धांधली। बिना रुपये पेसो की भेंट पूजा के कोई काम नही होता। कुछ दिनों पहले जन्म प्रमाणपत्र के लिए 400-500 रुपये डॉक्टर द्वारा मांगे गए थे।

संवाददाता:  संजीव अहिरवार

Post a Comment

0 Comments