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नाराज पार्टी कार्यकर्ताओं को मनाने में आप प्रत्याशी को छूट रहा पसीना

 नाराज पार्टी कार्यकर्ताओं को मनाने में आप प्रत्याशी को छूट रहा पसीना



वर्तमान में आम आदमी पार्टी में गुटबाजी चरम पर, दो गुटों में बटी है आप पार्टी, तरह-तरह की चर्चाएं शुरू।


आम आदमी पार्टी के नाराज कार्यकर्ताओं को मनाने में सिंगरौली आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी को पसीना छूटने लगा है। लगातार मान मुनौवल जारी है। इसके बावजूद कई वरिष्ठ कार्यकर्ता टस से मस नहीं हो रहे हैं और अपने जिद पर अड़े हुए हैं। उनका आरोप है कि पार्टी एकतरफा मनमानीपूर्ण तरीके से निर्णय लेकर परिवारवाद चला रही है।

गौरतलब हो कि सिंगरौली के आम आदमी पार्टी इन दिनों गुटबाजी से जूझ रही है। आप के प्रदेश संयुक्त सचिव एवं जिला पंचायत सदस्य संदीप शाह और जिला उपाध्यक्ष राजेश शाह ने  सिंगरौली विधानसभा सीट से आप प्रत्याशी रानी अग्रवाल पर परिवारवाद का गंभीर आरोप लगाते हुए मोर्चा खोला हुआ है। संदीप शाह और राजेश शाह ने आप प्रत्याशी को आड़े हाथों लेते हुए पूर्व में कई गंभीर आरोप लगाकर गुटबाजी को हवा दे दिया है। इधर आप पार्टी के तहखाने से बात निकलकर सामने आ रही है कि जिन कार्यकर्ताओं ने सिंगरौली में आम आदमी पार्टी को संघर्ष कर हजारों लोगों को जोड़ा ऐसे कार्यकर्ताओं को नजर अंदाज कर साइड में लगा दिया गया है। आप के   वरिष्ठ कार्यकर्ता अपने आप को अपमानित महसूस करते हुए दूरियां बना लिये हैं। आप के एक कार्यकर्ता ने यहां तक कहा कि सिंगरौली में आप में परिवारवाद पूरी तरह से हावी है इसीलिए आप के कार्यकर्ता इस चुनाव में दूरी बनाये हुए हैं। फिलहाल असंतुष्ट कार्यकर्ताओं को आप प्रत्याशी मनाने में सफल हो पाती हैं कि नहीं इस पर अभी कुछ कह पाना जल्दबाजी होगी। लेकिन पार्टी गुटबाजी की शिकार हो रही है ऐसी जन चर्चाएं हैं।  


कई वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने पार्टी से बना रखी है दूरी


आम आदमी पार्टी विधानसभा चुनाव के पहले से ही गुटबाजी से जूझ रही है यह जगजाहीर है। कई वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने तकरीबन एक साल से दूरी बना रखी है। संगठन एवं नगर निगम का सत्ता सुख भोगने के इच्छुक नहीं हैं। अपने आपको असहज महसूस करते हुए आप के कार्यक्रमों से ही किनारा कसने लगे हैं। जन चर्चाएं हैं कि इस विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के कई कार्यकर्ताओं की नाराजगी खुलकर सामने आ गयी है और यह बात जगजाहीर हो गयी है। कार्यकर्ताओं को मनाने के लिए कवायदें भी चल रही हैं। इनके नाराजगी का असर चुनाव में कितना पड़ेगा यह तो वक्त ही बतायेगा।

संवाददाता :आशीष सोनी

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