निरीक्षण के बाद भी गैरहाजिर आधा सैकड़ा शिक्षकों पर नही हुई कार्यवाही
ब्लॉक शिक्षाधिकारी बैढऩ के कारनामा नित्य नये दिन अलग-अलग तरीके से सामने आ रहे हैं। आर्थिक अनियमितता में घिरे रहने के बाद अब आधा सैकड़ा से अधिक गैरहाजिर शिक्षकों के विरूद्ध आठ महीने बाद भी कोई कार्रवाई न किये जाने का मामला सामने आया है। नोटिस केवल बीईओ दफ्तर तक ही सीमित रह गई है। दरअसल सूत्र बताते हैं कि ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बैढऩ आरडी साकेत अपने कारनामों को लेकर हमेशा से सुर्खियों में बने हैं। अतिथि शिक्षकों के मानदेय भुगतान में आर्थिक अनियमितता कि ये जाने के आरोप में अभी क्लीन चिट नही मिली। बल्कि बीईओ के विरूद्ध कार्रवाई किये जाने का प्रस्ताव जिला शिक्षा अधिकारी में आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल भेजा है। वही इस सनसनी खेज मामले के बाद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी पर एक और गंभीर आरोप लग रहा है। सूत्र बताते हैं कि ब्लॉक शिक्षा बैढऩ ने पिछले शैक्षणिक सत्र 2023-24 में अक्टूबर माह से लेकर अप्रैल 2024 तक अवकाश के दिन छोड़ करीब-करीब शेष प्रत्येक दिन संकुल केन्द्र खुटार, रजमिलान, कुम्हिया, कोयलखूंथ, सुहिरा, बंधा के करीब आधा सैकड़ा से अधिक विद्यालयों का निरीक्षण किया और निरीक्षण के दौरान गैरहाजिर करीब 60 शिक्षकों को बीईओ दफ्तर से नोटिस जारी की गई। लेकिन यह नोटिस केवल बीईओ दफ्तर तक ही सीमित रही। सूत्र बताते हैं कि बीईओ के निरीक्षण के दौरान ऐसे क ई शिक्षक मिले जो पॉच से छ: दिन नदारत थे और कुछ जगह विद्यालयोंं में ताला लटकता मिला था। इसके बावजूद बीईओ ने ऐसे विद्यालयों के लापरवाह शिक्षकों के विरूद्ध कार्रवाई नही किया। बल्कि चर्चा है कि निरीक्षण के दौरान गैरहाजिर में मिले शिक्षको को नोटिस के आड़ में दफ्तर में तलबकर मामले को समाप्त कर दिया। इस दौरान बीईओ के साथ-साथ कुछ संकुल प्राचार्य भी गैरहाजिर शिक्षकों के आचार संहिता के दौरान स्वीकृत कर सवालों के कटघर्रे में आ गये हैं। अब यह मामला जोर पकड़ता जा रहा है और बीईओ की शिकायत कलेक्टर तक न्यू मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन संघ करेगा।
बीईओ एवं बीआरसीसी के खिलाफ शिक्षक लामबंद
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