बैतूल जिले के मुलताई में धर्म परिवर्तन के आरोप में 6 गिरफ्तार, चिचंड़ा गांव में शिकायत पर पुलिस ने पकड़ा
बैतूल जिले के मुलताई थाना क्षेत्र के चिचंड़ा गांव में दो लोगों पर ग्रामीणों को धर्म परिवर्तन करने के लिए बरगलाने के आरोप लगे हैं। हिंदू संगठन से जुड़े लोगों की सूचना पर पुलिस दोनों लोगों को थाने लेकर आई, जहां दोनों से पूछताछ की।
थाना प्रभारी ने बताया अंकित पिता बलराम कालभोर निवासी ग्राम चिचंड़ा ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि ग्राम के निवासी मनोज वरकड़े और सुखवंती वरकड़े ने गुरुवार को उसे खेत में बनी झोपड़ी में बुलाया। वह खेत में पहुंचा तो वहां 50 से 60 लोग एकत्रित थे।
मनोज ने अंकित को मुंबई से आए गंडामन फ्रांसिस, जयस गंडामन से गांव के चार लोगों से मिलाया। चारों ने अंकित को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया।
कहा कि हिंदू धर्म में ईसाई धर्म की तरह ताकत नहीं है। हिंदू धर्म बेकार है। ईसाई धर्म अपना लो। इन लोगों ने हिंदी में लिखी एक किताब भी अंकित को दी। अंकित ने ईसाई धर्म अपनाने से इनकार किया तो उसके साथ सभी ने धक्का मुक्की की।
थाना प्रभारी श्री सातनकर ने बताया कि अंकित कालभोर की रिपोर्ट पर आरोपी गंडामन फ्रांसिस, जयस गंडामन दोनों निवासी मुंबई रमेश अतुलकर, गणेश अतुलकर दोनों निवासी बैतूल, मनोज वरकड़े, सुखवंती वरकड़े दोनों निवासी ग्राम चिचंडा के खिलाफ बीएनएस की धारा 299 और 3, 1 क और 3,1 ख मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है।
इस पूरे मामले को लेकर नगर पालिका अध्यक्ष वर्षा गडेकर और सभापति रितेश विश्वकर्मा ने बताया कि उन्हें हिंदू संगठनों से जानकारी मिली थी कि कुछ लोग चिचंड़ा गांव में ग्रामीणों का धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं। जिसको लेकर वह पुलिस थाने आए हैं। मामले को लेकर एडिशनल एसपी कमला जोशी से चर्चा की है।
स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मुंबई से आए दो लोग एक एनजीओ से जुड़े हैं और लोगों को एक दूसरा धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं। चिचंडा गांव में दोनों आदिवासी समाज के लोगों को धर्म परिवर्तन करने के लिए उकसा रहे थे। इसके बाद ग्रामीणों सहित हिंदू संगठन से जुड़े लोगों उन्हें थाने लाए।
संवाददाता : विशाल कुमार धुर्वे
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