स्वदेश अखबार के जिला ब्यूरो के साथ बीच रोड़ पर गुंडों ने की मारपीट, अब खबर लगाने पर पत्रकारों पर लगाया जा रहा है डरा धमकाकर प्रतिबंध
मारने वालों की पहचान होने के बावजूद अज्ञात व्यक्तियों के नाम पर हुई एफ आई आर दर्ज, वहीं पत्रकार को खून में लतपथ कर आरोपी हो गए फरार*
पत्रकारों में रोष व्याप्त यदि 24 घंटों में आरोपियों की नहीं की गई गिरफ्तारी तो करेंगे चक्काजाम, आखिर कलम की लिखाई पर प्रतिबंध ही लगवाना है तो फिर प्रेसवार्ता कर क्यों आमंत्रित किया जाता है कलमकारों को
आए दिन पत्रकारों के साथ घटित हादसे में दबंगों के पक्ष में रहते हुए मामूली धाराओं में दर्ज किया जाता है प्रकरण, ये किस तरह का कानून जिनसे खबरें लिखवाते हैं और जिनको आमंत्रित करते हैं उन्हीं के पक्ष में आखिर क्यूं खड़ा नहीं होता प्रशासन
संवाददाता - संजीव अहिरवार
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