बच्चों सहित ग्रामीणों को नहीं मिल रहा सरकारी बोर से पीने को शुद्ध पानी।
बड़ी खबर मध्य प्रदेश सिंगरौली जिला के चितरंगी तहसील अंतर्गत ग्राम सुकहर आदिवासी बस्ती से है जहां के ग्रामीणों ने बताया कि शासन द्वारा संचालित नल जल योजना के माध्यम रोड के किनारे सार्वजनिक स्थल पर बोर खनन कराया गया था ताकि रहवासियों को घर घर शुद्ध पानी पहुंचा कर लोगों के गले की प्यास बुझाया जा सके, लेकिन बड़ी ही चालाकी से गांव के गरीबों को अनावश्यक परेशान करने वाला दबंग अशोक सिंह पिता तामेश्वर सिंह ने विभागीय अधिकारियों से तालमेल बना कर सरकारी बोर में निजी समर्शियल मोटर लगाकर बोर को अपने कब्जे में कर दबंगई पूर्वक किसानी कर रहा है ग्रामीणों ने कहा हम लोग शासकीय बोर से पानी का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं जिस बात की शिकायत हम लोगों द्वारा कई बार किया गया लेकिन जल विभाग सहित खंड अधिकारी दबंग की सुरक्षा करने में लगे हैं जब की बोर के महज 100 मीटर की दूरी पर शासकीय विद्यालय भी है जिसमें प्राइमरी एवं मिडिल के बच्चे पढ़ते हैं कभी-कभी स्कूल में लाइट न होने की वजह से स्कूली बच्चों को पानी संकट झेलना पड़ता है गरीबों के बस्ती के अलावा राहगीरों का तो हमेशा आना जाना बना रहता है गर्मी शुरू होने के साथ ही पानी की समस्या उत्पन्न होने लगती है लेकिन बोर में हैंडपंप की जगह निजी मोटर लगे होने से ग्रामीण शुद्ध पानी नहीं पी पाते।
भूमि स्वामी शासकीय भूमि में किया कब्जा दोनों विभाग कर रहें सहयोग- दबंग भूमि स्वामी अशोक सिंह पिता तपेश्वरी सिंह ग्राम सुकहर पर आरोप लगाते हुए ग्रामीण ने कहा कि स्वयं भूमि स्वामी होते हुए भी उक्त व्यक्ति प्रधानमंत्री रोड़ ग्राम सुकहर पुल के पास रोड के किनारे शासकीय भूमि पर घर बना शासकीय भूमि में घर बना कर कई वर्षों से कब्जा किया है और राजस्व एवं वन विभाग भूमि अतिक्रमण मुक्त करने के बजाय राजस्व एवं वन दोनों विभाग के अधिकारियों द्वारा कहा जा रहा है कि हमारी भूमि नहीं है दबंग का सहयोग किया जा रहा है वहीं एक ग्रामीण ने कहा अगर कोई भूमि हींन गरीब व्यक्ति शासकीय भूमि में झोपड़ी लगाकर जीने का प्रयास करते हुए किसी तरह जीवन यापन करने लगे तो वन विभाग के कर्मचारी तत्काल झोपड़ी उजाड़ के फेंक देते हैं वही जब मामला राजस्व विभाग का हो तो तहसीलदार के नोटिस पहुंचने के महीने भर बाद ही पटवारी आरआई तहसीलदार दल बल के साथ मौके स्थल पहुंचे भूमि हींन गरीब को बेघर करने में देरी नहीं करते हुए न्यायालय के पेशी में बुला बुला कर पस्त कर डालते हैं ऐसे में ग्रामीणों ने अब खबर के माध्यम खंड प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए शासकीय भूमि से बेदखल करने सहित बोर से निजी मोटर हटवाते हुए हैंडपंप लगवाने की मांग किए हैं देखने वाली बात यह होगी कि खबर प्रकाशन के बाद जिला प्रशासन शासकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त करते हुए ग्रामीणों की मांग पूर्ति करते हुए बोर में हैंडपंप लगवाता है या दबंग की सहयोग करेगा।
संवाददाता - आशीष सोनी
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