नितीश रेड्डी के कारण हार्दिक पांड्या का हुआ पत्ता साफ, अब कभी नहीं कर पाएंगे रिटर्न
नितीश कुमार रेड्डी ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की है और अपनी डेब्यू सीरीज में लाजवाब बैटिंग से क्रिकेट प्रशंसकों और एक्सपर्ट्स का मन मोहा है. उन्होंने मेलबर्न में अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर का पहला शतक भी लगाया है. वो पार्ट-टाइम मीडियम पेस गेंदबाजी भी कर लेते हैं. इन सभी पहलुओं ने दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर को अपना फैन बना लिया है. नितीश अभी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा सीरीज में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं.
सुनील गावस्कर ने एक मीडिया संस्थान के माध्यम से बताया कि नितीश रेड्डी को अभी खेले जितना समय हुआ है, उतने मैचों के बाद हार्दिक पांड्या इतना ऊंचा मुकाम हासिल नहीं कर सके थे. गावस्कर का कहना है कि हार्दिक पांड्या के कारण जो टेस्ट क्रिकेट में ऑलराउंडर की जगह खाली हुई थी, उसे नितीश ने भरने का काम किया है.
गावस्कर ने कहा, "जबसे हार्दिक पांड्या टेस्ट टीम से बाहर हुए हैं, तभी से टीम इंडिया को एक ऐसे ऑलराउंडर की कमी खलती रही है जो मीडियम पेस बॉलिंग के साथ बल्लेबाजी भी कर सके. नितीश रेड्डी को गेंदबाजी डिपार्टमेंट में अब भी सुधार करना है, लेकिन एक बल्लेबाज के तौर पर नितीश उस समय के हार्दिक से बेहतर हैं, जब उन्होंने अपना करियर शुरू किया था."
टेस्ट में क्यो नहीं खेलते हार्दिक पांड्या?
हार्दिक पांड्या को आखिरी बार साल 2018 में भारत के लिए कोई टेस्ट मैच खेलते देखा गया था. दुर्भाग्यवश उसके बाद कमर में आई चोट निरंतर उन्हें परेशान करती रही है, इसलिए वो टेस्ट क्रिकेट में लंबे गेंदबाजी स्पेल करने में सक्षम नहीं हैं. वो तभी से केवल व्हाइट बॉल क्रिकेट पर ध्यान देते आए हैं. फिलहाल ऐसा लगता है जैसे नितीश रेड्डी वो प्लेयर हैं, जो टेस्ट टीम में हार्दिक पांड्या जैसा रोल बखूबी निभा सकते हैं.
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