Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

Responsive Advertisement

कागज को मोहताज शासकीय योजनाएं, मदद को दर दर भटक रही विधवा, बेटी के सर के घाव में पड़ गए कीड़े

कागज को मोहताज शासकीय योजनाएं, मदद को दर दर भटक रही विधवा, बेटी के सर के घाव में पड़ गए कीड़े

कहा जाता है जिंदा आदमी को भी खुद को जिंदा साबित करने के लिए कागजों की जरूरत पड़ती है, कागजों के भरोसे ही चलती है सरकार की योजनाएं। जिनके पास कागज नहीं वो भीख मांगने के लायक हो जाता है। कुछ ऐसा ही किस्सा है पथरिया जनपद की ग्राम पंचायत सुजनीपुर की टपरियों में रहने वाली शारदा की। भले ही केंद्र व राज्य सरकार की ओर से गरीब, विधवा, असहाय और विकलांगों के लिए कितनी भी कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हों लेकिन शारदा जैसी गरीब महिला तक पहुंचने से पहले ही ये योजनाएं दम तोड़ देती हैं। शारदा जिला प्रशासन की नाकामी एवं लाचारी पर करारा थप्पड़ है। दरअसल पथरिया ब्लॉक अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सुजनीपुर के टपरिया कॉलोनी की रहने वाली एक विधवा महिला 4 साल से पेंशन योजना एवं राशन योजना का लाभ उठाने के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हो रही है। दो वक्त की रोटी के लिए उसे भीख मांगना पड़ता है। यहां तक कि गरीबी के चलते यह अपनी घायल बेटी का इलाज भी नहीं करवा पा रहा है। जिसके चलते मासूम के सर का घाव जानलेवा स्तर तक पहुँच गया, घाव में कीड़े पड़ गए लेकिन पैसे के अभाव में बेबस शारदा अपनी बेटी का इलाज नहीं करवा पाई। आयुष्मान योजना भी इस विधवा के काम नहीं आई क्योंकि इस मजबूर बेबस महिला के पास कागज के नाम पर कुछ भी नहीं है। न आधार कार्ड, न समग्र आईडी, न राशन कार्ड। दस्तावेजों के आभाव में शारदा घोषी को पेट भरने के लिए जहां भीख मांगना पड़ता है वहीं उसकी घायल बेटी के सर के घाव में सड़न के कारण कीड़े पड़ गए है। पंचायत के चक्कर लगा लगा हैरान हो चुकी शारदा ने जीवन की नैया भगवान भरोसे छोड़ दी है। विधवा शारदा को शासन से मिलने वाले पांच किलो राशन से भी महरूम रहना पड़ा क्योंकि उसके पास कागज नहीं थे, राशन नहीं था तो फ्री अनाज भी नहीं मिला मजबूरन शारदा को पेट पालने के लिए भीख मांगना पड़ा इसी बीच शारदा की बेटी किसी कारण घायल हो गई पैसा न होने के चलते उसका इलाज नहीं हुआ और सर के घाव ने कीड़े पड़ गए। महिला की तीन बच्चे हैं पहला बच्चा 15 वर्ष का है दूसरा 8 वर्ष का एवं तीसरी बच्ची 6 साल की है जो शासन प्रशासन की ओर मदद के लिए टक टकी लगाकर देख रहे हैं। सवाल उठता है कि क्या सरकारी योजनाएं गांव में ग्रामीणों तक नहीं पहुंच रही है? पहुंच रही है तो शारदा के भीख मांगने की नौबत क्यों आई? क्यों उसकी बेटी के सर के घाव में कीड़े पड़ गए? क्या ये कीड़े शासन प्रशासन को मुंह नहीं चिढ़ा रहे हैं।

संवाददाता : जितेन्द्र दीक्षित

वीडियो लिंक : https://www.youtube.com/watch?v=2iT8-hGgLq8

Post a Comment

0 Comments