गौतम अडानी की इस कंपनी को मिला बड़ा ऑर्डर, स्टॉक में दिख सकती है 62 फीसदी की तेजी
अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (AESL) ने हाल ही में राजस्थान में अक्षय ऊर्जा पार्क से संबंधित 28,455 करोड़ रुपये की दो नई पारेषण परियोजनाएं हासिल की हैं. इनमें से एक प्रमुख परियोजना 25,000 करोड़ रुपये की भादला-फतेहपुर उच्च वोल्टेज डायरेक्ट करंट (HVDC) परियोजना है. यह विकास अडानी समूह के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे कंपनी की कुल ऑर्डर बुक बढ़कर 54,700 करोड़ रुपये हो गई है.
परियोजनाओं की जानकारी
इन नई पारेषण परियोजनाओं का उद्देश्य भारत के ऊर्जा बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और अक्षय ऊर्जा स्रोतों से उत्पन्न बिजली को प्रभावी ढंग से ट्रांसमिट करना है. भादला-फतेहपुर HVDC परियोजना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उच्च क्षमता वाली बिजली ट्रांसमिशन तकनीक का इस्तेमाल करेगी, जिससे ऊर्जा की हानि कम होगी और दक्षता बढ़ेगी.
बाजार में दबदबा
अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस पहले से ही भारत की सबसे बड़ी बिजली पारेषण और वितरण कंपनियों में से एक है. इन नई परियोजनाओं के साथ, कंपनी का लक्ष्य इस क्षेत्र में अपने दबदबे को और मजबूत करना है. विशेषज्ञों का मानना है कि इन परियोजनाओं के माध्यम से अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस को न केवल वित्तीय लाभ होगा, बल्कि यह कंपनी को दीर्घकालिक विकास के लिए भी तैयार करेगा.
62 फीसदी तक मिल सकता है रिटर्न
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस पर 'बाय' रेटिंग बनाए रखी है और 12 महीने के नजरिए से स्टॉक में 62 फीसदी तक की वृद्धि की संभावना जताई है. जेफरीज के अनुसार, कंपनी के लिए रिस्क-टू-रिवार्ड्स रेशियो अनुकूल है, जिसमें ऊपर से नीचे की ओर अनुपात 6.58:1 है.
अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस आने वाले वर्षों में 274 अरब रुपये से अधिक की ट्रांसमिशन परियोजनाओं का व्यावसायीकरण करने की योजना बना रही है. इसके साथ ही, कंपनी ने FY24 से FY27 तक 16% राजस्व और 31% EBITDA चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) का अनुमान लगाया है.
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