क्या नरसिंहपुर के दो कैबिनेट मंत्रियों के कारण अटका है जिला अध्यक्ष का नाम?
मध्यप्रदेश में भाजपा के जिला अध्यक्षों के नाम की घोषणा करने का सिलसिला लगातार जारी रहा। अब तक जिला अध्यक्ष के नामों की 5वीं लिस्ट जारी की गई है।इस प्रकार भाजपा ने 56 जिला अध्यक्षों के नाम की घोषणा कर दी,लेकिन अभी भी 6 जिला अध्यक्ष के नाम की घोषणा होना बाकी है। जिसमें एक नाम है नरसिंहपुर जिले का भी है, नरसिंहपुर जिले की चारों विधानसभा भाजपा के खाते में हैं। नरसिंहपुर में दो दो कद्दावर मंत्री होने के बाद भी जिला अध्यक्ष पद का अटका हुआ है, चर्चाएं हैं कि दोनों ही मंत्री अपने अपने समर्थक को जिलाध्यक्ष बनवाना चाहते है। चर्चाएं ये भी हैं कि किसी महिला नेता को मौका दिया जा सकता है। भाजपा के जिला अध्यक्षों की रुकी सूची पर राष्ट्रीय सचिव और पूर्व विधायक कुणाल चौधरी ने बयान दिया है। उन्होंने कहा, भाजपा की अंदरूनी लड़ाई से ग्रस्त है। एक आयातित भाजपाई और एक प्रमुख भाजपाई के बीच लड़ाई चल रही है। नरसिंहपुर में मंत्री राव उदय प्रताप सिंह और प्रहलाद पटेल के बीच में लड़ाई चल रही है। इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय और तुलसी सिलावट के बीच में चल रही है। सागर में भूपेंद्र सिंह और गोविंद सिंह राजपूत की जुबानी जंग जगजाहिर है, टीकमगढ़ में राहुल लोधी और वीरेंद्र खटीक के बीच लड़ाई चल रही है। शिवपुरी की घटना को देख लें, कैसे बंदर बांट किया गया। मंत्री पद भी उन्हीं को मिला जो लूट, भूख और भ्रष्टाचार से ग्रसित है। भाजपा में हालत ऐसी है कि अपनों को डांट रहे दूसरों को बांट रहे हैं। भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ता प्रताड़ित और परेशान है। जो लूट सकते हैं उन्हें पद मिल रहे हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि जिला अध्यक्ष पद के चयन में भाजपा की वर्षों सेवा करने वाले मंत्री प्रहलाद पटेल की चलेगी या दल बदल करके आए मंत्री राव उदय प्रताप सिंह का खेमा जीतेगा..
संवाददाता : खुशी ढिमोले
वीडियो लिंक : https://www.youtube.com/watch?v=gcAVLJnt19U
0 Comments