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शिक्षा विभाग की लापरवाही या अधिकारियों की अनदेखी

 शिक्षा विभाग की लापरवाही या अधिकारियों की अनदेखी

मामला अशोकनगर कोलुआ रोड देहात थाने के पास का है जहां भारतीय पब्लिक स्कूल बिना मान्यता प्राप्त स्कूल संचालित हो रहा है जिसमें एक शिक्षिका ने 8 वीं की छात्रा को इतना मारा कि बेहोश हो गई और उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा परिजन राकेश केवट का कहना है कि बच्ची को 18 घंटे में होश आया था, ऐसे कैसे कोई शिक्षिका कर सकती है, छात्रा ने कहा, में गणित की नोटबुक लेकर नहीं गई थी मेरा गला तेज है यही मैने शिक्षिका परी शर्मा से कहा तो बोलने लगी चिल्ला क्यों रही हो। इसके बाद हाथ से कान के पास व पीठ में मारना शुरू कर दिया 10 से 15 थप्पड़ मारे और खींचकर बाहर ले आईं। शिक्षिका परी शर्मा का कहना है कि मैने उसे मारा है लेकिन इतना नहीं मारा जितना बताया जा रहा है वह पहले से बीमार है और कुछ दिन से स्कूल भी नहीं आई थी उसने मेरा गला भी खरोचा है चिल्लाते हुए। यह मामला डीईओ नीरज शुक्ला के सामने आया तो उन्होंने कहा यह स्कूल मान्यता प्राप्त नहीं है,तो सवाल खड़ा होता है कि जिले के आला अधिकारी स्कूल के सामने से रोज गुजरते है तो स्कूल की अभी तक जांच क्यों नहीं की है और ऐसे कई स्कूल जिले में संचालित हो रहे हैं, अगर जिला शिक्षा अधिकारी जिले में स्कूल जांच का अभियान चलाएं तो एक लंबी लिस्ट बनकर तैयार होगी। अशोकनगर जिले में दिन व दिन आला अधिकारियों की गैर जिम्मेदार रवैया सामने आ रहा है।

संवाददाता : अवधेश दांगी


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