हिंदू धर्म का मंदिर टूटने के बाद भी आखिर हिंदुवादी भाजपा के जनप्रतिनिधि क्यों है मौन? क्या ऐसे बनेगा हिंदू राष्ट्र
स्मार्ट सिटी सागर में हिंदू धर्म के मंदिर तोड़े जाने से तनाव फैल गया. विरोध में लोगों ने कोतवाली थाने का घेराव कर दिया तथा विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की भीड़ भी इकट्ठा हो गई. उन्होंने जमकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की, नाराज हिंदुओं ने सागर विधायक शैलेंद्र जैन के खिलाफ भी नारे लगाये लेकिन इतना विवाद होने के बाद भी सागर जिले के किसी भी जनप्रतिनिधि ने विरोध तो क्या अपनी बात भी रखने की जहमत नहीं उठाई... अपने आप हिंदूवादी पार्टी कहने वाली भाजपा के नौ बार के रहली विधायक गोपाल भार्गव, पूर्व गृह मंत्री एवं खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह, कैबिनेट मंत्री एवं सुरखी विधायक गोविंद सिंह राजपूत, चार बार के नरयावली विधायक प्रदीप लारिया और सागर के चार दफ़ा के विधायक शैलेंद्र जैन तथा सागर सांसद लता वानखेड़े ने एक भी पोस्ट सोशल मीडिया पर डाल कर गलत को गलत कहने की हिम्मत नहीं जुटाई, यदि यही घटिया हरकत किसी मुस्लिम समुदाय के किसी सख्स ने की होती तो केवल सागर के नेता ही नहीं बल्कि खुद मुख्यमंत्री मोहन यादव बयान देते और हिन्दू वोटबैंक संभालते नजर आते लेकिन यहां हिंदुत्व मुद्दे से परे विधायक के वोट बैंक का खयाल रखा जा रहा है खैर शहर में आपसी सौहार्द बनाये रखने की आवश्यकता है लेकिन किसी प्रकार का दोगलापन जनता कैसे स्वीकार कर सकती है इसलिए यह सभी सागर जिले के हिंदूवादी पार्टी के जनप्रतिनिधि मौन व्रत पर चले गए हैं... अब जनता को स्वयं देखकर आंकलन करना चाहिए की क्या आप इन जनप्रतिनिधियों से हिंदुत्व संरक्षण और हिंदू राष्ट्र निर्माण की उम्मीद कर रहे हैं
संवाददाता : अभिनव मुखुटी
वीडियो लिंक : https://www.youtube.com/watch?v=NfH-_sxVjb4
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