Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

Responsive Advertisement

कौन बनेगा देसी हल्दीराम का विदेशी पार्टनर, हिस्सेदारी खरीदने की रेस में अब ये दो नाम आगे

 कौन बनेगा देसी हल्दीराम का विदेशी पार्टनर, हिस्सेदारी खरीदने की रेस में अब ये दो नाम आगे

 मिठाई और नमकीन बनाने वाली कंपनी हल्दीराम की हिस्सेदारी खरीदने की रेस में ब्लैकस्टोन से लेकर टेमासेक जैसे कई ग्लोबल इंवेस्टर्स फर्म शामिल हैं. हल्दीराम का वैल्यूएशन 10 बिलियन डॉलर 85,500 करोड़ रुपये से अधिक से अधिक है. हालांकि, सिंगापुर की ग्लोबल इन्वेस्टमेंट कंपनी टेमासेक 10-11 अरब डॉलर यानि 94,270 करोड़ रुपये के वैल्यूएशन पर कंपनी की लगभग 10 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की दौड़ में सबसे आगे है. इस डील के लिए इन दोनों ही कंपनियों ने टर्म शीट पर भी साइन कर दिया है. यह एक ऐसा डॉक्यूमेंट है, जिसमें संभावित इंवेस्टमेंट के बारे में टर्म्स एंड कंडीशन से लेकर सारे नियमों का लेखा जोखा होता है. 

हिस्सेदारी खरीदने की रेस में ये भी आगे

हिस्सेदारी खरीदने की इस रेस में टेमासेक के साथ अमेरिका की टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट की यूनिट अल्फा वेव ग्लोबल भी शामिल है. अल्फा वेव ग्लोबल का भारत के कई फर्मों में इंवेस्टमेंट है. इंवेस्टमेंट बैंकिंग के सूत्रों के मुताबिक, यह IPO से पहले का सौदा हो सकता है, जिसका मकसद कंपनी के वैल्यूएशन के लिए एक बेंचमार्क सेट करना है. इधर, टेमासेक ने द इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक बयान में कहा, हम मार्केट में चल रही अटकलों पर टिप्पणी नहीं करते हैं. इसी के साथ टेमासेक ने इस बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. हल्दीराम ने भी अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. 

ब्लैकस्टोन संग नहीं बनी बात

ब्लैकस्टोन के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम ने कंपनी की 20 परसेंट हिस्सेदारी 10 बिलियन डॉलर के वैल्यूशन पर खरीदने की डिमांड रखी थी. जबकि हल्दीराम को इतनी हिस्सेदारी के लिए कुल 12 बिलियन डॉलर के वैल्यूएशन की उम्मीद थी. आखिरकार दोनों में बात नहीं बनी. अब अगर हल्दीराम किसी प्राइवेट इक्विटी फर्म के साथ 10 बिलियन डॉलर के वैल्यूएशन पर डील करती है, तो यह शायद भारतीय कॉरपोरेट इतिहास की सबसे बड़ी डील में से एक होगी. बता दें कि हल्दीराम स्नैक्स ने फाइनेंशियल ईयर 2023 में 6,375 करोड़ रुपये का कारोबार किया. 

Post a Comment

0 Comments