MPPSC में घोटाले की गूंज मेन्स टॉपर्स को ठुकराया नेताओं के बच्चों को डिप्टी कलेक्टर बनाया
नेताओं के बच्चों को अधिक नंबर देकर बनाया जा रहा डिप्टी कलेक्टर।मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की भर्तियों पर छात्र संगठन नेशनल एजुकेटेड पूथ यूनियन ने गंभीर आरोप लगाए है। संगठन ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारियां पोस्ट की है और कहा है कि इंटरव्यू की प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है।विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी इंटरव्यू की प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। हाल ही में उन्होंने एक प्रेस वार्ता करके कहा है कि एमपीपीएससी के इंटरव्यू की रिकॉडिंग क्यों नहीं की जा रही है?,नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के सदस्यों का कहना है कि जिन छात्रों के मुख्य परीक्षा में सर्वाधिक नंबर आए वे इंटरव्यू में कम नंबर ही ला पाए और नेताओं के बच्चे मुख्य परीक्षा में कम नंबर लेकिन इंटरव्यू में उन्हें सर्वाधिक नंबर दिए गए।परिणाम रहा कि मुख्य परीक्षा में सर्वाधिक अंक लाने वाले तहसीलदार बनकर रह गए और इंटरव्यू में मिले अधिक नंबरों के दम पर नेताओं के बच्चे डिप्टी कलेक्टर बन गए। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ छात्रों को लगातार हर परीक्षा में इंटरव्यू में बेहतर नंबर दिए गए। मेन्स के परिणाम में थर्ड टापर रहे राम सोलंकी ने सोशल मीडिया पर अपना दर्द साझा किया।राम को मेन्स में 768 नंबर मिले और इंटरव्यू में उन्हें सिर्फ 75 नंबर दिए गए। उन्होंने सोशल मीडिया पर कविता लिखकर कहा है कि मेन्स में सबसे ऊंचा था मेरा नाम, जब आया इंटरव्यू का पहर, सपनों पर लगा दिया भ्रष्टाचार का जहर। 75 अंक देकर किया किनारा, मेरी मेहनत को कर दिया बेसहारा। आखिर इंटरव्यू की रिकार्डिंग करवाने में क्यों डरता है आयोग
संवाददाता : खुशी ढिमोले
वीडियो लिंक : https://www.youtube.com/watch?v=fMDyqv3-dYk
0 Comments