टीकमगढ़ जिले में अवैध गतिविधियों का काम चालू जुआ, सट्टा, अवैध शराब और सेक्स रैकेट का बढ़ता कारोबार
जिले में अवैध गतिविधियाँ दिनोंदिन बढ़ती जा रही हैं। IPL जैसे बड़े खेल आयोजनों के दौरान जुआ और सट्टा का धंधा सरगर्म है, वहीं अवैध शराब और सेक्स रैकेट भी जिले के कुछ हिस्सों में सक्रिय हैं। इन गतिविधियों के कारण ना केवल युवाओं की ज़िन्दगी पर बुरा असर पड़ रहा है, बल्कि समाज भी संकट में है।
समाजसेवियों और जागरूक नागरिकों ने इन मुद्दों के खिलाफ लगातार विरोध जताया है और प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। लेकिन, इसके बावजूद प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कदम उठाया नहीं जा रहा है। इससे सवाल उठते हैं कि आखिर कब तक यह अवैध कारोबार फलता-फूलता रहेगा और किसकी शह पर यह काम हो रहा है?
नवयुवकों को फंसाने का सिलसिला
इन अवैध गतिविधियों का मुख्य शिकार टीकमगढ़ जिले के नवयुवक हो रहे हैं। कई युवा, जिन्हें इस जाल में फंसाया जाता है, अपनी जिंदगी के अहम फैसले गलत तरीके से लेते हैं। जुए और सट्टे के धंधे में फंसे ये युवा न केवल अपनी आर्थिक स्थिति खराब कर रहे हैं, बल्कि उनके परिवारों की भी मानसिक स्थिति प्रभावित हो रही है।
समाजसेवियों ने यह चेतावनी दी है कि अगर जल्दी ही प्रशासन ने कदम नहीं उठाया तो यह मुद्दा एक गंभीर समस्या का रूप ले सकता है, जो पूरे जिले के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
कड़ी कार्रवाई की जरूरत
टीकमगढ़ जिले में इस बढ़ते अपराध को रोकने के लिए प्रशासन को तत्काल कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। अवैध शराब के कारोबार और सेक्स रैकेट जैसी गंभीर घटनाओं को पूरी सख्ती से रोका जाना चाहिए, ताकि जिले के युवाओं को इस जाल में फंसने से बचाया जा सके। साथ ही, जुआ और सट्टे पर भी कड़ी निगरानी रखनी होगी।टीकमगढ़ जिले के नागरिक अब कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि जिले का माहौल सुरक्षित और शुद्ध हो सके।
समाजसेवियों का आग्रह
समाजसेवी संगठन, स्थानीय नागरिक और युवा सक्रियता के समूह प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि इन अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं, ताकि शहर में शांति बनी रहे और युवाओं का भविष्य उज्जवल हो।
आखिरकार, सवाल यह है कि जब तक इस अवैध कारोबार पर नियंत्रण नहीं पाया जाएगा, तब तक जिले का भविष्य क्या होगा?
संवाददाता : अनिल श्रीवास
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