अपनो ने ही दिया दगा, ठेकेदारों की गुगली में क्लीन बोल्ड हो गए आबकारी अधिकारी
किसी ने सही कहा है कब कैसे कितनी देर और क्यों... समय और इंसान बदल जाए कोई भरोसा नहीं,
शायद ऐसा ही कुछ हो रहा आबकारी विभाग के एक अधिकारी के साथ, श्रीमान जी के नाम से FIR क्या दर्ज हुई की कल तक उनकी उंगलियों के इशारे पर रिमोट की तरह चलने वाले उनके लगते जिगर शराब ठेकेदार आज उन्हीं का फोन रिसीव करना बंद कर दिए, जिनके साथ साहब जी चाय की चुस्की घर और ऑफिस सहित गोपनीय स्थानों पर बैठकर पूरे जिले का सिंडिकेट बनाना, शराब के बिक्री दर ऊपर नीचे करना किस ठेकेदार को उठाना और गिराना है यह सब तय करते थे वो चंद घंटों में दगा दे गए और खुद उनकी अनिमिकताओं की पोल खोलने लगे, हद तो तब हो गई की महज तीन दिन पहले जिस शराब ठेकेदार की एक ट्रक शराब थाने से छुड़वाकर ले गए उन्होंने ने भी रिस्पॉन्स खत्म कर दिया, क्यों कि सब को शायद यकीन है कि साहब जी की विदाई अब निश्चित है, इसी लिए पाला बदल लिया, इसे ही कहते हैं समय का खेल और ऊपर वाले का डंडा।
संवाददाता : आशीष सोनी
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