चितरंगी क्षेत्र में पेयजल की मची है किल्लत, नीचे खिसक रहा भू-जल स्तर
स्थानीय जनपद पंचायत क्षेत्र में पेयजल संकट गंभीर होता जा रहा है। दिनों-दिन भू-जल स्तर नीचे खिसकने से कई हैंडपंप हवा उगलने लगे हैं। वही बिगड़े हुये हैंडपंपों का जंप प्रभारी व तहसीलदार ऋषि नारायण सिंह सुधार कराने में लगे हुये हैं। ताकि लोगों को इस गर्मी के मौसम में शुद्ध पेयजल मिल सके। वही पीएचई विभाग के सहायक यंत्री की उदासीनता को भी लोग जिम्मेदार ठहराने लगे।
दरअसल चितरंगी इलाके में धीरे-धीरे पेयजल संकट की स्थिति गंभीर होने लगी है। बगदरा अंचल के कई गांव व टोले में टैंकर के सहायता से जलापूर्ति कराई जा रही है। वही आरोप है कि पीएचई विभाग के अधिकारियों के लापरवाही से सैकड़ों हैंडपंप खराब हैं। कईयों में राईजर पाईप का अभाव है। आरोप यह भी लग रहे हैं कि पीएचई के सहायक यंत्री काफी लम्बे अर्से से जिले में पदस्थ रहे। उपयंत्री से लेकर सहायक यंत्री इसी जिले में हैं। इनके ऊपर कई अनियमितता का पूर्व में आरोप लग चुका है। लेकिन राजनैतिक संरक्षण मिलने के कारण पीएचई सहायक यंत्री मनमानी तौर पर विभागीय कार्य कर रहे हैं। चर्चाएं है कि मैकेनिको को राईजर पाईप भी समय से उपलब्ध नही कराते और जब उपलब्ध कराते हैं तब उसमें से भी कटौती कर लेते हैं। अधिकांश हैंडपंप पीएचई विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों ेके भेंट चढ़ा है। हालांकि जैसे ही हैंडपंपों के खराब होने की जानकारी प्रभारी जनपद पंचायत सीईओ को हो रही है। तत्काल मैकेनिक भेज कर मरम्मत करा रहे हैं । बसही, नदनी सहित अन्य कई गांव के उदाहरण हैं जहां की सूचना मिल रही है। वही सुधार कराने में इन दिनों कोई कोताही नही बरत रहे हैं। साथ ही एसडीएम सुरेश जाधव भी पेयजल समस्या को दूर कराने के लिए हर कोशिश में लगे हुये हैं। फिलहाल क्षेत्र में भू-जल स्तर नीचे खिसकने से जल संकट उत्पन्न होने लगा है। साथ ही बिगड़े हैंडपंपों का समय पर मरम्मत कार्य न कराये जाने को लेकर पीएचई के सहायक यंत्री पर लोगों की नाराजगी बढ़ने लगी है।
संवाददाता : आशीष सोनी
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