अवैध रेत कारोबारियों को खनिज विभाग से मिली खुली छूट खनिज अधिकारी अनजान, अवैध उत्खनन जोरों पर
जिले में खनिजों का अवैध उत्खनन एवं परिवहन जोर पकड़ लिया है। आरोप है कि खनिज अधिकारी अवैध कारोबारियों पर नकेल नही कस पा रही है और चर्चा यहां तक है कि खनिज अधिकारी को दफ्तर से बाहर निकला पसंद नही है।
दरअसल भरसेड़ी एवं हर्दी में रेत का अवैध उत्खनन तथा भण्डारण का कारोबार जो पकड़ा हुआ है। आरोप है कि जिला खनिज अधिकारी आकांक्षा पटेल खनिजों के अवैध रेत कारोबारियों पर अंकु श नही लगा पा रही हैं। चर्चा है कि खनिजों के अवैध रेत कारोबारियों को खुली छूट मिली हुई है। जिसके चलते धड़ल्ले के साथ कोतवाली क्षेत्र बैढ़न के बलियरी के रेण नदी व म्यार नदी से रेत का उत्खनन व अवैध परिवहन जोर पकड़ा हुआ है। इधर सरई तहसील क्षेत्र के भरसेड़ी एवं हर्दी में गोपद नदी से रेत का उत्खनन कर अवैध तरीके से भण्डारण किया जा रहा है। इतना ही नही भरसेड़ी में गोपद नदी को इस तरह से छलनी किया जा रहा है कि एनजीटी के दिशा निर्देशों का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है और निर्धारित सीमा से ज्यादा रकवे में रेत का उत्खनन व परिवहन कर भण्डारण किया जा रहा है। यहां तक चर्चा है कि इसकी शिकायत जिला खनिज अधिकारी के पास पहुंची है, लेकिन नदी को छलनी कर रहे रेत कारोबारी पर अंकुश लगाने से साहस नही जुटा पा रही है। इसके पीछे कारण क्या है, वह जगजाहिर है। जबकि उम्मीद थी कि नये खनिज अधिकारी खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन पर अंकुश लगाकर कार्रवाई करेंगी। हद तो तब हो गई जब बलियरी में रेण नदी तक पहुंचने के लिए सड़क बना लिया है। फिर भी खनिज अमला अनजान है। जबकि यह जिला मुख्यालय से महज तीन किलोमीटर का फांसला है। किंतु अब इनसे भी लोगों की आशाएं टूटती जा रही है। साथ ही खनिज अधिकारी भी सवालों के लपेटे में आ रही हैं।
संवाददाता : आशीष सोनी
0 Comments