हांका अभियान छोड़ "रील्स अभियान" में व्यस्त रीवा पुलिस
अधिकारी ,दारोगा कॉन्स्टेबल
पर चढ़ा सोशल मीडिया का जुनून,
मध्यप्रदेश सहित रीवा जिले की पुलिस को सोशल मीडिया पर रंग बिरंगी वीडियो बनाने का यह शौक कुछ ऐसा चढ़ा है कि अब इसको पूरा करने के लिए उन्हें वर्दी और सरकारी गाड़ियों का सहारा लेने से भी कोई गुरेज नहीं है. रीवा पुलिस को भी अजीबोगरीब शौक लग गया है. शौक भी ऐसा है कि अब छुड़ाए से भी नहीं छूट रहा है. आलम यह है कि अब तक सोशल मीडिया पर छोटे- मोटे कलाकार या युवा ही रील बनाकर ख्याति प्राप्त कर रहे थे, लेकिन अब इसमें रीवा पुलिस के दरोगा साहब से लेकर कॉन्स्टेबल और तमाम कर्मचारी भी शामिल हो गए हैं. सोशल मीडिया पर रंग बिरंगी वीडियो बनाने का यह शौक कुछ ऐसा चढ़ा है कि अब इसको पूरा करने के लिए उन्हें वर्दी और सरकारी गाड़ियों का सहारा लेने से भी कोई गुरेज नहीं है.आलम यह है कि लाइक और सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए रोजाना एक से बढ़कर एक वीडियो सामने आ रही है. रील्स बनाने का चस्का जिसे एक बार लग जाए, फिर न वह दिन देखता है न रात, न घर न द्वार. आजकल रील्स बनाने का बुखार सिर्फ आम लोगों को ही नहीं है, बल्कि पुलिस के भी सिर चढ़कर बोल रहा है. रील्स का चस्का ही ऐसा है कि बनाने वाले ये तक भूल जाते हैं कि वे कहां हैं और रील्स बनाने के बाद उनके साथ क्या हो सकता है!
ड्यूटी छोड़ फॉलोअर्स बढ़ाने में लगे रीवा पुलिस के वर्दीधारी, थाने में नहीं जैसे शूटिंग शो में तैनात हो
रीवा पुलिस भी आन ड्यूटी रील्स बना कर अपने फालोवर्स बढ़ाने में व्यस्त हैं! घर से ड्यूटी पर निकलते ही अपनी पोस्ट वायरल करते हैं और थाना पहुचते पहुंचते रील्स कितनी वायरल हुई कितने लोगों ने लाइक किया कितने लोगों ने कमेंट किया कितने लोगों ने शेयर किया! वायरल होने के लिए रीवा पुलिस के वर्दी धारियों ने नया नियम बना लिया है अपराधी भले भाग जाए लेकिन रील्स जरूर वायरल होनी चाहिए! रीवा में अपराधी पकड़े जाएं या नहीं रील्स जरूर ट्रेडिंग में होनी चाहिए! कभी गस्त में तो कभी पुलिस की कार्यवाही अब सब कैमरे के मुताबिक होता है क्योंकि यहां वर्दी कर्तव्य की पहचान नहीं कंटेंट की यूनिफॉर्म बन चुकी है रीवा क्राइम कंट्रोल के लिए नहीं कंटेंट क्रिएशन के लिए चर्चित हो रहा है यहां वर्दी पहनने का मतलब देश सेवा नहीं इंस्टाग्राम पर स्टारडम बनता जा रहा है रीवा पुलिस के कुछ इंस्टाग्राम स्टार अब खुलेआम ड्यूटी का मजाक बना रहे हैं ! पुलिस के जांबाज वर्दी धारी इंस्टाग्राम फेसबुक, वाटशाप सहित अन्य सोशल मीडिया पर हमेशा एक्टिव रहते हैं ! सुबह सबसे पहले वर्दी फिर रिंगलाइट फिर वीर रस वाला म्यूजिक डायलॉग "हमसे जो टकराएगा मिट्टी में मिल जाएगा" - दबंग दबंग सिंघम स्टाईल - देशभक्ती गानो पर रियलिटी, नये पुराने रिमेक्स गानों पर डांस और एक्टिंग! अपराधी टकराकर निकल जाते हैं! वायरल सिर्फ रील्स होती है! पुलिस वाले साहब अपराधी बाद में पकड़ लेंगे ! पहले इनको तो फॉलोअर्स बढ़ाने चाहिए! रीवा जिले के कथित यूट्यूब पत्रकारों के द्वारा सिंघम की उपाधि प्राप्त वर्दीधारियों का रोज नई रील्स , नया डायलॉग , नया एंगल, नया फेस, नया फिल्टर , नया गाना लगता है थाने में नहीं जैसे शूटिंग शो में तैनात हो ! ड्यूटी तो रियल के एंड क्रेडिट में आती होगी शायद ! खैर ऐसा लगता है कि एफआईआर से ज्यादा फोकस बैकग्राउंड म्यूजिक पर ज्यादा रहता है ! रीवा पुलिस के रील्सबाज पुलिसकर्मियों का प्रोफाइल देख कर तो लगता है किसी सीरीज का प्रोमो देख रहे हैं यह पुलिस की नौकरी नहीं बल्कि लगता है कि कई वर्षों से वेब सीरीज बना रहे हैं स्क्रिप्ट तैयार, कैमरामैन तैयार, कैमरा ऑन ,रोल कैमरा एक्शन, ! फेसबुक इंस्टाग्राम सोशल मीडिया साइट में वेब सीरीज वायरल, इंतजार कमेंट का , लाइक शेयर का ! हर आधे घंटे में मोबाइल का अपना सोशल मीडिया चेक करने की आदत ! रीवा जिले की जनता पूछ रही है पुलिस रील्स बना रही है या नया व्यवस्था का मजाक! क्या वर्दी अब कानून की ताकत है या सोशल मीडिया की टूल ! थानों में अब अपराधी नहीं ट्राइपॉड पर कैमरे सेट होते हैं और गस्त से पहले मेकअप चेक होता है और पूछताछ से पहले स्क्रिप्ट रिहर्सल होती है! यह रील्स बना ले यह ड्यूटी कर ले! सवाल अब जनता का है वर्दी पहनी है देश के लिए या डांस टेंस के लिए गस्त पर निकाले या फिर कोई नया ट्रांजीशन सूट कर ले यह तय करना मुश्किल हो गया है रीवा पुलिस का असल में हांका नहीं बल्कि इस समय मौका अभियान चल रहा है मौका मिलते ही कैमरा ऑन और ट्रेडिंग ऑडियो पर वर्दी में परफॉर्मेंस शुरू अपराधी बाद में पकड़ लेंगे पहले रिल्स की क्लिप फाइनल होनी चाहिए ! एसपी साहब आपकी रीवा पुलिस सर्विस में नहीं सर्वे में व्यस्त है कौन सा अफसर कितना ट्रेंड कर रहा है ! किसकी रील्स पर कितने फॉलोवर्स किसके लिए और किसके डायलॉग पर कितनी तालियां बज रही है दिन भर यही देखा जाता है एक तरफ तो जनता अपराध से त्रस्त है दूसरी तरफ हमारी रीवा पुलिस सेल्फी मोड में व्यस्त है जनता 100 डायल करती है तो रिस्पांस आए ना आए लेकिन इंस्टा पर रियल पोस्टेड का नोटिफिकेशन जरूर आता है आपको भी आता होगा जब कानून के रक्षक स्क्रिप्ट हीरो बनने लगे तो अपराधी रियल विलन बनाकर मंच पर कब्जा कर लेते हैं वर्दी का मतलब वायरल होना नहीं वास्तविक सेवा होना चाहिए वरना अगली बार पुलिस थाने में नहीं स्क्रीनशॉट में नजर आएगी! तो एसपी साहब जरा ध्यान दीजिए आपके पुलिसकर्मी वीर जरूर है लेकिन ऑन रील .....!
संवाददाता : आशीष सोनी
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