चंबल में बाढ़ का खतरा, 91 गांवों में अलर्ट, रेस्क्यू टीमें तैनात, हेल्पलाइन नंबर जारी
चम्बल नदी ऊफनकर गांव की ओर पहुंच रही है, अनहोनी की संभावनाओं को देखते हुये बीती रात से ही जिले के एक दर्जन गांवों में रेस्क्यू किया गया। लगभग तीन सैकड़ा से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। वहीं कुछ गांव के ग्रामीण अभी गांव में ही ऊचे स्थान पर स्वयं को सुरक्षित मान रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा बीती शाम अम्बाह तहसील क्षेत्रान्तर्गत चम्बल के पानी से घिरे चुसलई गांव से प्रसूता सुमन तोमर का रेस्क्यू एसडीईआरएफ दल ने किया। बीती रात महिला के पैदा हुये पुत्र का नामकरण कान्हा रखकर किया गया।
व्हीओ 1- कोटा वेराज से लगभग 19 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बावजूद भी आज दोपहर तक चम्बल का जल स्तर राजघाट पर खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर पहुंच गया है। चम्बल में यह पानी राजस्थान व मध्यप्रदेश की प्रमुख नदी पार्वती व कालीसिंध से आ रहा है। चम्बल राजघाट पर खतरे का निशान 138 मीटर पर है। जिले के अटार घाट सबलगढ़, उसैदघाट अम्बाह, राजघाट मुरैना सहित अन्य सभी घाट पर चम्बल खतरे के निशान से ऊपर चल रही है। जिले के सबलगढ़ तथा अम्बाह तहसील क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांव टापू बन गये हैं। इनमें से ग्रामीणों का सामान सहित रेस्क्यू किया जा रहा है। प्रशासन व पुलिस के रेस्क्यू अभियान में समाजसेवी लोग भी अपना सहयोग कर रहे हैं। जिले के 91 गांव चम्बल के पानी की हद में है। इन गांवों के ग्रामीणों को सुरक्षित रखने के लिये 60 सेफहाउस बनाये गये हैं। प्रत्येक घाट पर राजस्व के साथ पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। प्रशासन व पुलिस अधिकारी लगातार मौका मुआयना कर स्थिति पर नजर रख रहे हैं। वहीं चम्बल राजघाट भानपुर के ग्रामीणों द्वारा प्रशासन पर आरोप लगाया है कि वर्षाकाल के दौरान चम्बल का पानी उनके घरों में आ रहा है। लेकिन उनके सुरक्षित विस्थापन की स्थिाई व्यवस्था नहीं की जा रही है। वहीं प्रशासन डूब में आने वाले सभी ग्रामीणों को सुरक्षित बाहर निकालकर ला रहा है। इसके लिये तटवर्ती गांव में रेस्क्यू किया जा रहा है।
कंट्रोल रूम- हेल्पलाइन नंबर जारी
1जिला 07532 222557
93293 19118
2 पोरसा 8871030092
3 अंबाह 6264191763
4 मुरैना 07532 226220
5 बामौर 8959736418
6 जौरा 9109027299
7 कैलारस 7987956915
8 सबलगढ़ 8602597264
संवाददाता : किशोर कुशवाहा
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