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म.प्र. शासन की ढाई सौ एकड़ जमीन फर्जी तरीके से हो गई पट्टा ग्राम कतरिहार के पूर्व सरपंच रामनरेश गुर्जर ने रची साजिश

 म.प्र. शासन की ढाई सौ एकड़ जमीन फर्जी तरीके से हो गई पट्टा, ग्राम कतरिहार के पूर्व सरपंच रामनरेश गुर्जर ने रची साजिश


पॉच सौ परिवारों को बे घर करने का दे रहा धमकी, जनसुनवाई के साथ-साथ राज्यमंत्री से की मुलाकात



 जिले के विकास खण्ड चितरंगी तहसील वित्त दुधमनिया के ग्राम कतरिहार में पूर्व सरपंच रामनरेश गुर्जर ने म.प्र. शासन की 250 सौ एकड़ जमीन फर्जी तरीके से पटवारी और राजस्व के अधिकारियों के साथ मिलकर पट्टा करा दिया। इस जमीन में 500 परिवारों का गुजर-बसर होता था। लेकिन अब दबंग पूर्व सरपंच ने हटाने की धमकी दे रहा है। जहां दर्जनों की संख्या में ग्रामीण कलेक्टर के पास पहुंच फरियाद की है।

कलेक्टर को दिये शिकायती पत्र में रामजतन सिंह, रामसुधारे अगरिया, लल्लू सिंह, भोला प्रसाद गुर्जर, संतोष कुमार नाई,  बबुन्दर अगरिया सहित आधा सैकड़ा ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम कतरिहार में बैगा, गोड़, अगरिया, जायसवाल, गुर्जर, नाई के लोग हैं। इस गांव में कई पुस्तों से उक्त जमीन पर जुताई-बुआई कर अपना और अपने परिवार को जीवन यापन करते आ रहे हैं। कतरिहार गांव की तकरीबन 250 सौ एकड़ जमीन पूर्व सरपंच रामनरेश गुर्जर अपने नाम और अपने बाबा रामरूप के नाम अपने पिता वैद्यनाथ, माता गोनही देवी के नाम के अलावा अपनी बहन राधिका गुर्जर और खास परिवार से रामसहाय भूर्तिया, रामरक्षा भूर्तिया, भूआली भूर्तिया, गनपद भूर्तिया के नाम फर्जी तरह से म.प्र. शासन की जमीन में पट्टा करवा लिया। जब ग्रामीणों को फर्जी पट्टा करवाने की जानकारी हुई तो तहसीलदार दुधमनिया, एसडीएम चितरंगी के अलावा कलेक्टर सिंगरौली को कई बार जनसुनवाई में आवेदन दिया गया। लेकिन आज दिनांक तक कोई भी कार्रवाई प्रशासन की ओर से रामनरेश गुर्जर एवं उसके लोगों पर नही हुई। पीड़ितों ने बताया कि रामनरेश गुर्जर सरहंग है। आये दिन जमीन पर जेसीबी लेकर मेड़बन्धी व बंधा जबरजस्ती बनवाता है और जब रोकने का प्रयास किया जाता है तो गाली-गलौज और मारपीट करने पर उतारू हो जाता है। कई बार थाने में भी शिकायत की जाती है, लेकिन पुलिस जाती है और देखकर लौट आती है। कई बार प्रशासन के यहां कतरिहार गांव की जनता पहुंची है, लेकिन प्रशासन अभी तक इन गरीबों के लिए कोई ठोस पहल नही की। जिसके चलते सरहंग आये दिन परेशान कर रहा है। वही आधा सैकड़ा ग्रामीण राज्यमंत्री राधा सिंह से आज दिन मंगलवार को मुलाकात की। जहां राज्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि आदिवासियों के साथ अन्याय नही होने दिया जाएगा।

पूर्व राजस्व अधिकारियों के सांठगांठ से हुआ फर्जी खेल

 म.प्र. शासन की जमीन पर कब्जा करना और उसपर घर बनाकर रहना और खेतीबाड़ी करना यह आम बात है। लेकिन म.प्र. शासन की एक-दो एकड़ नही, बल्कि तकरीबन 250 सौ एकड़ जमीन पट्टा करा लेना कोई सरल बात नही है। इसके लिए मास्टरमाइंड होना जरूरी है। इसके लिये पूर्व राजस्व अधिकारियों से अच्छी सांठगांठ होगी, तभी पट्टा होना लाजमी है। इस 250 सौ एकड़ जमीन में फर्जी तरीके से पट्टा कराने में पटवारी के साथ-साथ पूर्व राजस्व अधिकारी की मिलीभगत के बिना संभव नही है। बताया जता है कि रामनरेश गुर्जर कतरिहार पंचायत का पूर्व सरपंच है। पैसे के दम पर फर्जी तरीके से राजस्व अधिकारियों से मिलकर म.प्र. शासन की जमीन को हड़पा है। आखिर कई बार ग्रामीण जनता दस्तावेज के आधार पर शिकायत की, तो कार्रवाई क्यों नही हुई, यह भी बड़ा सवाल है।

500 सौ परिवारों को खदेड़ने का रच रहा साजिश

 ग्राम कतरिहार के पूर्व सरपंच रामनरेश गुर्जर की दबंगई के आगे 500 सौ परिवार दहशत में है। क्योंकि आये दिन गरीबों के जमीन को अपना बताकर जेसीबी चलाता है, खेती बोई रहती है, उसपर जेसीबी चला देता है, आये दिन उजाड़ने की धमकी के साथ गाली-गलौज, मारपीट पर उतारू होता है। अगर जनता थाने या फिर एसडीएम या कलेक्टर के यहां शिकायत करने आते हैं तो रास्ते में रोक कर गाली-गलौज करता है। यहां तक धमकी देता है कि जहां भी शिकायत करना है  कर दो, क्यों कि मेरे पास पैसा है, शासन-प्रशासन व पुलिस मेरे साथ है। कहीं भी जाओगे तो सुनवाई नही होगी। क्योंकि अब मेरा पट्टा है, कोई कुछ नही कर सकता है। वहीं अब रामनरेश गुर्जर जमीन बेचने के लिए बाहर से लोग बुलाकर जमीन दिखाता है। आखिर 500 सौ परिवार कहां जाएगा?


संवाददाता : आशीष सोनी

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