मध्य प्रदेश शासन की भूमि पर पुश्तैनी से काबिज गरीब किसानों को कब्जा के आधार पर पट्टा दिलाएं,मुख्यमंत्री जी
सिंगरौली जिले में ऐसे किसान गरीब व्यक्ति हैं जो मध्य प्रदेश की भूमि में काबिज कास्त हैं तथा कृषि योग सुधार कर अपना खेती किसानी कर अपने परिवार का भ्ररण पोषण करते आ रहे हैं। मध्य प्रदेश शासन के अलावा अन्य भूमि नहीं है जिसे कब्जे के आधार पर सर्वे एवं चिन्हित कराकर पट्टा प्रदान किया जाए। जिन किसानों के पास पट्टे की जमीन की भूमि है।ओलावृष्टि फसल नुस्कान यदि होता है तो सरकार उन किसानों की फसल नुकसान की क्षति पूर्ति सहायता राशि प्रदान करती है।जबकि जो मध्य प्रदेश शासन की भूमि पर अपना फसल उगता है और ओलावृष्टि के कारण नष्ट हो जाता है।शासन द्वारा चलाए जा रहे अभियान की फसल नुस्कान ओलावृष्टि की क्षतिपूर्ति सहायता राशि नहीं मिलती जबकि भूमि स्वामी पट्टेदार का एवं मध्य प्रदेश शासन की भूमि में पुश्तैनी से काबिज है जबकि इन दोनों के साथ एक व्यवहार ना किया जाकर सौतेला व्यवहार किया जा रहा जो अन्याय है ऐसी स्थिति में शासन को दोनों कृषकों को जो पट्टेदार हैं तथा पुश्तैनी से शासन की भूमि में कब्जा है उनको भी फसल नुकसान
देना न्यायोचित एवं विधि संगत होगा।यह की पट्टेदार किसान एवं मध्य प्रशासन की भूमिका कास्त करते चले आ रहे हैं उनका भी सरकार एक है जबकि शासन की भूमि पर पुश्तैनी से पुराने कब्जे है जबकि शासन की भूमि पर पुश्तैनी से कृषि कार्य करते हुए अपना मताधिकार देकर सरकार बनाकर विधानसभा में बैठाती है जबकि ऐसा सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा सरकार के द्वारा इस पर निर्णय क्यों नहीं उठाए जा रहा। ऐसे स्थिति में जो किसान शासन की भूमि पर कृषि करते चले आ रहे हैं भूमिहीन व्यक्ति हैं उनभूमिहीन व्यक्ति का सूची बनाकर शासकीय पट्टेदार भूमि आवंटन दिलाया जाना न्यायआयोचित होगा। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से आग्रह है कि इस पर विचार करते हुए भूमिहीन शासन के भूमि पर काबिज है शासकीय पट्टा प्रदान किए जाने की अनुशंसा प्रदान करें।हालांकि कांग्रेस की सरकार तो नहीं है लेकिन कांग्रेस ने कहा है कि जब कांग्रेस सरकार आएगी तो सर्वे करा कर भूमिहीन किसानों को पट्टा दिलाने का काम करेंगे।फिलहाल भाजपा सरकार इस पर ठोस कोई बड़ी कदम उठाकर किसानों के लिए अग्रेषित हो किसान हितैषी सरकार की बात करती है तो किसानों को लेकर एक हम कदम उठाना चाहिए जो भूमिहीन है।
संवाददाता : आशीष सोनी
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