Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

Responsive Advertisement

गांव में जगह जगह पसरी गंदगी, लोगों का जीवन हुआ बेहाल कीचड़ से सनी गलियां और बढ़ रहा मच्छरों का प्रकोप

 गांव में जगह जगह पसरी गंदगी लोगों का जीवन हुआ बेहाल,कीचड़ से सनी गलियां और बढ़ रहा मच्छरों का प्रकोप


दमोह/मडियादो हिंदुस्तान आजादी की सालगिरह बहुत ही जल्द मनाने जा रहा है। एक बार फिर देश के मुखिया लालकिले की प्राचीर से गांव को शहर बनाने का सपना दिखाएंगे। ऊर्जा मंत्री हर गांव में बिजली पहुंचाने का दंभ भरेंगे तो स्वास्थ्य और शिक्षा घर घर तक पहुंचाने का हसीन सपना दिखाया जाएगा। लेकिन हिंदुस्तान का दिल यानी गांव कितना बदहाल है ये जानने की ना तो किसी के पास नीति है और ना ही नीयत। प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने का दावा किया, लेकिन जहां सड़कें ही नहीं है उसकी सुध शायद सरकार को नहीं है। 

खासकर बुंदेलखंड में तो यही हाल

 दमोह जिले में सड़क और स्वास्थ्य का हाल जानने के लिए हम अलग-अलग इलाकों में निकल पड़े और पहॅुचे जिले की ग्राम पंचायत मड़ियादौ में। 
गांव में घुसते ही हमारे सामने जो मंजर दिखा उसे आप तस्वीरों में देखकर दंग रह जायेंगे। कीचड़ भरे रास्ते से निकलते इन बच्चों को देख एक ही बात जेहन में आई क्या ऐसे ही पढ़ेगा इंडिया और ऐसे ही रास्तों पर बढ़ेगा इंडिया। खैर गांव के चौराहा का हाल देखा तो गाँव के लोगों से बस्ती में जाने का रास्ता पूछ बैठे। गांववालों ने सवाल किया, कि क्या करोगे ऐसे मौसम में वहां जाके। यहां गाड़ी खड़ी कर दो और थोाड़ा आराम कर पैदल चले जाना। हमने पूछा यहां सड़क क्यों नहीं है तो जवाब मिला पंचायत द्वारा अभी तक नही बनाई गई।  साम होते होते प्राथमिक स्कूल की छुट्टी का समय हुआ था तो ये नजारा भी देखने को मिला। बच्चे कीचड़ के बीच से होते हुए स्कूल से अपने घर जा रहे थे।

स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचने से पहले होता है कीचड़ से सामना

मड़ियादौ बस्ती के उपतहसील भवन के ठीक सामने स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंच मार्ग पर कीचड़ ही कीचड़ सना हुआ है जहां से पैदल निकलना तो दूर की बात, लोग अपने वाहनों से भी ठीक तरीके से निकलने में कठिनाई का सामना करते हैं। कीचड़ के कारण फिसलने का डर और भय बना रहता है, कई सालों से यही आलम बना हुआ है। जब कि इस चौराहे से अन्य जिलों को जोडने वाली सड़के निकली हुई है, दिन भर वाहनों का आना जाना बना रहता है। 

मुख्य बाजार हुआ बदहाल

बस्ती के मुख्य बाजार जहा पर मार्केट के साथ साथ बस स्टेण्ड भी बना हुआ है और आने जाने वाले अनेकों वाहन बाजार में ही खड़े होते है, लेकिन बीच बाजार में कीचड़ और गंदी नालियों का पानी भरा हुआ है, साथ ही आवारा पशुओं का मलमूत्र भी वहीं पर मचा हुआ है, जिससे पूरे बाजार में कीचड़ फैला हुआ है और चारो तरफ बदबू भी फैली हुई है। बाजार करने आये हुए लोगों का निकलना बद से बदतर हो चुका है अनेकों ग्रामीण कीचड़ में फिसलने के कारण अपने शरीर को चोट भी पहंुचा चुके हैं। दुकानदारों की माने तो कीचड़ के कारण ग्राहको का बाजार आना बंद हो गया है, जिससे उनकी बिक्री पर भी प्रभाव पड़ रहा है, लेकिन सुनने वाला कोई नही है। 

चण्डी माता मंदिर भी गंदगी से नही रहा अछूता

बस्ती के बाजार में स्थित माता चण्डी का मंदिर भी गंदगी से अछूता नही रहा। मंदिर के सामने और बाजू में कीचड़ का ढेर लगा हुआ है। कीचड़ का ढेर दिनों दिन बढ़ता जा रहा है लेकिन साफ सफाई की ओर किसी का भी ध्यान नही जा रहा है। कई बार वाहन तेज गति से निकलने के कारण मंदिर के परिसर में कीचड़ के छींटे भी पड़ जाते है, जिसे स्थानीय लोगों द्वारा साफ किया जाता है। कुछ स्थानीय लोगों द्वारा मंदिर परिसर के चारो तरफ नेट इत्यादि बांध दी गई है, जिससे परिसर में गंदगी न फैल सके।

गंदगी का प्रभाव पड़ रहा स्कूली छात्र-छात्राओं पर

बस्ती के चारों तरफ सरकारी स्कूलों के साथ प्राईवेट स्कूल भी खुले हुए है, जहॉं पर बस्ती के साथ साथ अन्य ग्रामों के छात्र-छात्रायें पढाई करने के लिए आते है। लेकिन स्कूल आने के लिए उन्हे कीचड़ से होते हुए निकलना पड़ता है, बच्चो के जूते चप्पल और यूनिफॉर्म पूरी तरह कीचड़ से खराब हो जाती है। कई जगह के स्कूलों में जाने के लिए बच्चों को घुटनों तक कीचड़ से होकर निकलना पड़ता है, जिसके कारण बच्चों का पढ़ाई में भी मन नही लग रहा है और अभिभावकों का भी बच्चों को स्कूल भेजने में परहेज कर रहे हैं।

संवाददाता राहुल नामदेव 

Post a Comment

0 Comments