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आप भी तो रूस से व्यापार करते हैं? पत्रकार ने डोनाल्ड ट्रंप से सवाल किया तो जुबान पर लग गया ताला

 

आप भी तो रूस से व्यापार करते हैं? पत्रकार ने डोनाल्ड ट्रंप से सवाल किया तो जुबान पर लग गया ताला


रूस से व्यापार करने को लेकर लगातार भारत पर निशाना साध रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब खुद घिए गए हैं। ट्रंप की धमकी के बाद भारत ने प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिका पर ही रूस से व्यापार करने का आरोप लगाया था। भारत की इस आरोप पर पत्रकार ने डोनाल्ड ट्रंप से पूछा कि- आप भी तो रूस से व्यापार करते हैं? फिर भारत को मना कर रहे हैं। पत्रकार के इस सवाल को सुनकर डोनाल्ड ट्रंप की जुबान पर ताला लग गया। उन्होंने बस इतना कहा किमुझे इस संबंध में कुछ भी नहीं पता, मुझे इसकी जांच करनी पड़ेगी।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर टैरिफ बढ़ाने की धमकी दिए जाने के बाद नई दिल्ली की ओर से रूस के साथ व्यापार करने का हवाला दिए जाने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, “मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता, मैं इसकी जांच करूंगा। हम इस बारे में आपसे बात करेंगे।


बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप ने पिछले हफ्ते भारतीय आयातों पर 25 फीसदी टैरिफ और जुर्माने (unspecified penalties) की घोषणा की थी। वहीं टैरिफ लागू किए जाने को लेकर बातचीत अभी जारी है। राष्ट्रपति की ओर से पहले इसकी समयसीमा 1 अगस्त तय की गई थी. जिसे एक हफ्ते के लिए टाल दिया गया था।अब ट्रंप ने 5 अगस्त को कहा कि भारत के बारे में लोग जो कहना पसंद नहीं करते, वह यह है कि वह सबसे ज्यादा टैरिफ लगाने वाला देश है। उसका टैरिफ किसी भी देश से कहीं ज्यादा है। हम भारत के साथ बहुत कम व्यापार करते हैं क्योंकि उसके टैरिफ ही बहुत ज्यादा हैं। ट्रंप ने नई दिल्ली द्वारा रूस से सैन्य उपकरण और तेल खरीदने के कारण टैरिफ बढ़ाने की धमकी दी और भारत को “चीन के साथ रूस का सबसे बड़ा ऊर्जा खरीदार” बताया। राष्ट्रपति ट्रंप के भारी टैरिफ लगाने की बात कहे जाने पर पलटवार करते हुए, भारत ने रूस से अमेरिका के आयात की ओर इशारा किया।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अमेरिका को घेरते हुए कहा, “जहां तक अमेरिका का सवाल है, वह अपने परमाणु उद्योग के लिए रूस से यूरेनियम हेक्साफ्लोराइड, अपने इलेक्ट्रिक व्हिकल उद्योग (EV industry) के लिए पैलेडियम के साथ-साथ उर्वरक के रूप में कैमिकल का आयात करता रहता है। इस व्यापार का हवाला देते हुए, नई दिल्ली ने राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा भारत को निशाना बनाए जाने को “अनौतिक और अनुचित” करार दिया, साथ ही यह भी दोहराया कि सरकार अपने राष्ट्रीय हितों और आर्थिक सुरक्षा की रक्षा करेगी।

अमेरिकी विदेश विभाग ने भी साधी चुप्पी

भारत की ओर से आरोप लगाए जाने के बाद अमेरिकी विदेश विभाग ने भी चुप्पी साध ली है। विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने भारत के इस आरोप पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, “मैं किसी अन्य देश की इस कमेंट पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगी कि वे क्या करेंगे या क्या नहीं करेंगे।

भारत ने जारी नहीं किया कोई निर्देश

फिलहाल ट्रंप की ओर से टैरिफ धमकियों के बावजूद, भारत सरकार ने कथित तौर पर आयातकों को रूस के साथ व्यापार कम करने को लेकर कोई निर्देश जारी नहीं किया है। भारत ने खासतौर से ऊर्जा स्रोतों पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि देश “बाजार में उपलब्ध सुविधाओं और मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों से गाइडेड” है। अमेरिका को नसीहत देते हुए भारत ने यह भी कहा कि किसी भी देश के साथ उसके संबंधों को किसी तीसरे देश के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए।

संवाददाता :- आशीष सोनी 

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