बच्चों की पढाई भगवान भरोसे , प्राथमिक शाला में लगा था ताला, माध्यमिक शाला बनी मधुशाला, तत्कालीन CM की घोषणा के बावजूद नहीं खुला हाईस्कूल
लोकसभा उपचुनाव के दौरान तत्कालीन मंत्री ने की थी घोषणा
साल 2016 में शहडोल लोकसभा उपचुनाव के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गांव पहुंचे थे। ग्रामीणों ने गांव में हाई स्कूल खोलने की मांग की थी। तत्कालीन सीएम की घोषणा के बावजूद 9 साल बीतने जा रहा हैं, आज तक गांव में हाई स्कूल की सुविधा का लाभ नहीं मिला। जिसके कारण बच्चों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों ने तत्कालीन मुख्यमंत्री की घोषणा पूरी न होने पर धरना प्रदर्शन और अनशन तक किया। इसके बावजूद भी शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने सिर्फ आश्वासन दिया। समस्या का निराकरण नहीं करवाया।
चुनाव बहिष्कार करने पर बीजेपी प्रत्याशी ने दिया था आश्वासन
विधानसभा चुनाव में ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार भी किया था, उन दिनों भाजपा प्रत्याशी धीरेंद्र बहादुर सिंह गांव पहुंचे और ग्रामीणों को आश्वासन देने के बाद वोटिंग करना चालू कराया था। चुनाव जीतने के बाद विधायक ने भी शासन स्तर पर लगातार प्रयास किया, लेकिन शिक्षा विभाग की ओर से तत्कालीन मुख्यमंत्री की घोषणा पूरी करने में रुचि नहीं ली जा रही है। वर्तमान में भाजपा सरकार के शिक्षा मंत्री कटनी जिले के प्रभारी मंत्री भी हैं। ग्राम पंचायत सरपंच ने जल्द से जल्द शासन प्रशासन से स्कूल की शिक्षा व्यवस्था में सुधार करवाने की मांग की हैं।
बीईओ ने कही ये बात
वहीं इस संबंध में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी लखन बागरी से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि स्कूल बंद होने की शिकायत मिलने पर जन शिक्षक को जांच के लिए भेजा गया था। जनशिक्षक ने आज ही पंचनामा पेश किया है। दो प्राचार्य को मामले में जांच के निर्देश दिए गए हैं। अवैध पेकारियों के मामले में शिक्षकों से जानकारी लेकर पुलिस थाने में FIR दर्ज करवाई जाएगी। गांव में हाई स्कूल खुलने के मामले में प्रदेश स्तर पर प्राथमिक माध्यमिक और हाई स्कूलों का उन्नयन नहीं हो रहा है। यह मामला शासन स्तर के संज्ञान में है, जल्द से जल्द व्यवस्था बनाई जाएगी।
संवाददाता :- आशीष सोनी
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