10 साल की मासूम का गैंग रेप, मूक-बधिर को सड़क से उठा ले गए थे दरिंदे


दो दिन पहले 10 वर्षीय नाबालिग मूक-बधिर से हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में कुशवाह समाज ने बड़ा निर्णय लिया है। तीनों आरोपी कुशवाह समाज के हैं, जिन्हें समाज ने बहिष्कृत कर दिया है। आरोपियों को कठोर सजा देते हुए समाज ने इन आरोपियों और उनके परिवारों से हर तरह का रिश्ता और संपर्क खत्म कर दिया है। कुशवाह समाज का ये निर्णय जिलेभर में चर्चा बना हुआ है।

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मामला 26 सितंबर की शाम को नईसराय थाना क्षेत्र के एक गांव का है। जहां पर पड़ोसी गांव किरोंदा के भगवत पुत्र परमानंद कुशवाह, अजय उर्फ संजू पुत्र दमोदर कुशवाह और जगदीश उर्फ चऊआ पुत्र मुन्नालाल कुशवाह ने 10 वर्ष की नाबालिग को रास्ते में अकेली जाते हुए देखा, तो उनकी नियत बिगड़ गई, उन्होंने उसे उठा लिया था। वे उसे नजदीकी खेत में ले गए। तीनों ने उसके साथ गैंग रेप किया और उसे खेत में छोडक़र भाग गए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दो घंटे में ही तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने तीनों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया।

समाज ने कहा मानवता को किया शर्मसार, इसलिए बहिष्कार
अशोकनगर जिले में सामने आए इस मामले में कुशवाह समाज संगठन के जिलाध्यक्ष राजेंद्रसिंह कुशवाह, गुलाबसिंह कुशवाह सहित समाज के अन्य पदाधिकारियों ने मामले को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। राजेंद्र कुशवाह ने मीडिया को बताया कि मानवता को शर्मसार करने का मामला है और बेहद निंदनीय कृत्य है। ऐसे जघन्य अपराधी किसी समाज के नहीं हो सकते। इसलिए समाज ने बैठक कर यह निर्णय लिया कि तीनों आरोपी कुशवाह समाज के हैं, इसलिए उन्हें कुशवाह समाज से बहिष्कृत कर दिया गया है। अब समाज का कोई भी व्यक्ति तीनों आरोपियों के परिवारों से किसी भी तरह का कोई संपर्क नहीं रखेगा। जिलाध्यक्ष ने कहा कि हम उस बेटी को न्याय दिलाने पुरजोर प्रयास करेंगे और पूरा कुशवाह समाज उस बेटी के साथ है। साथ ही सरकार और प्रशासन से मांग है कि इन अपराधियों को कड़ी सजा मिले, ताकि भविष्य में ऐसे मामले फिर न हो सकें।