चौपाटी पर चला बुलडोजर: दिवाली से पहले जबलपुर में बड़ा एक्शन
त्योहार से पहले कार्रवाई से खड़ा हुआ संकट
उनका कहना है कि चौपाटी पूर्व महापौर के आवंटन के बाद लगाई गई थी और पिछले कई सालों से यहां सैकड़ों लोग अपनी रोज़ी-रोटी कमा रहे थे। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि निगम ने बिना किसी पूर्व नोटिस के त्योहार के ठीक पहले कार्रवाई की, जिससे उनका व्यवसाय ठप पड़ गया है। संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि वे अतिक्रमण के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन अगर चौपाटी हटानी थी तो उन्हें वैकल्पिक स्थान आवंटित किया जाना चाहिए था।
व्यापारियों ने की ये मांग
उन्होंने मांग की है कि प्रशासन जल्द ही दूसरी जगह चौपाटी लगाने की अनुमति दे, ताकि छोटे कारोबारियों का रोजगार बचा रहे। वहीं नगर निगम अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि कार्रवाई नियमों के तहत की गई है और किसी भी अवैध कब्जे को बख्शा नहीं जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने यह भी संकेत दिए कि इच्छुक व्यापारियों को नियमानुसार वैकल्पिक स्थान देने पर विचार किया जा सकता है। वहीं मामला अब प्रशासन और व्यापारियों के बीच बातचीत से सुलझने गया है।
संवाददाता :- आशीष सोनी

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