भोपाल में गोवंश तस्करी और हत्या को लेकर विहिप-बजरंग दल आक्रोशित

राजधानी भोपाल और उसके आसपास के क्षेत्रों में गोवंश हत्या, गोमांस की तस्करी और गोवंशीय अत्याचार की घटनाओं को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। संगठन ने इसे सुनियोजित षड्यंत्र बताते हुए प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन से इस पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। मंगलवार को शाम चार बजे एक साथ भोपाल और आस पास के पच्चीस थानों में सीएम के नाम थाना प्रभारियों को ज्ञापन सौपा गया। विश्व हिंदू परिषद-बजरंग दल भोपाल विभाग द्वारा मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश के नाम पुलिस प्रशासन और संबंधित थाना प्रभारियों को ज्ञापन सौंपकर राजधानी में हो रही घटनाओं पर कड़ी आपत्ति जताई गई है।

इन थानों में दिया गया ज्ञापन

गौ हत्या और गौ तस्करी के विरोध में मिसरोद, मंडीदीप, अब्दुल्लागंज, कटारा हिल्स, बागसेवनिया, पिपलानी, अयोध्या नगर, गांधीनगर, परवलिया, हबीबगंज समेत 25 थानों में प्रदर्शन कर ज्ञापन सोपा गया ।

गोवंश हत्या राष्ट्र रक्षा से जुड़ा विषय : विहिप

ज्ञापन में कहा गया है कि बीते दिनों ऐशबाग, हबीबगंज, निशातपुरा, परवलिया सड़क, बिलखिरिया और सुखी सेवनिया थाना क्षेत्रों में गोवंश की हत्या और गोमांस की तस्करी की कई घटनाएं सामने आई हैं। संगठन ने इसे जिहादी मानसिकता का परिणाम बताया है और आरोप लगाया है कि कुछ तत्व राजधानी भोपाल की शांति भंग करने की साजिश में लगे हुए हैं।

हिंदू समाज का सब्र टूट रहा है;ज्ञापन में चेतावनी

ज्ञापन में कहा गया है कि गोहत्या की घटनाओं से राजधानी का हिंदू समाज आक्रोशित है और किसी भी समय बड़ा जनआंदोलन खड़ा हो सकता है। विहिप-बजरंग दल ने यह चेतावनी भी दी है कि यदि समय रहते प्रशासन ने कठोर कदम नहीं उठाए, तो संगठन सकल हिंदू समाज के साथ राजधानी की सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेगा।

रासुका और संपत्ति जब्ती की मांग

विहिप ने मांग कि है कि गोवंश हत्यारों और तस्करों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाया जाए और इनके वाहनों को जब्त कर राजसात करने की प्रक्रिया शुरू की जाए। साथ ही, पुलिस प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा गया कि लचर रवैये और मिलीभगत के चलते ऐसे अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, जो मध्यप्रदेश की गौवंश संरक्षण कानूनों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। भविष्य में कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए विहिप ने प्रशासन से सख़्त सतर्कता बरतने और संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाने की अपील की है।