विधायक बोले किसी की औकात हो तो अविश्वास प्रस्ताव करके दिखाएं
महापौर के इशारे पर भ्रष्टाचार
कहा कि आम आदमी पार्टी महापौर कांग्रेस के साथ मिलकर डर्टी पॉलिटिक्स कर रही है। किसी की औकात हो तो अविश्वास प्रस्ताव करके दिखाएं। वहीं निगम अध्यक्ष देवेश पांडेय ने कहा कि डीएमएफ फंड से निगम को 5 करोड़ रुपए दिए थे लेकिन महापौर के इशारे पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। विरोध करने पर महापौर कांग्रेस के साथ मिलकर यह षडयंत्र कर रहे हैं।
पार्षद क्यों नाराज निगम अध्यक्ष ही बता सकते
महापौर रानी अग्रवाल ने कहा सोसल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली कि कुछ सम्मानित पार्षद कलेक्टर के पास आवेदन लेकर गए। पार्षद क्यों नाराज है यह तो निगम अध्यक्ष ही बता सकते हैं। एमआईसी के द्वारा सभी 45 वार्डो का पर एक समान कार्य कराया जा रहा है। किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जा रहा है। 1 करोड़ से ऊपर का टेंडर मेरे पास आता है। टेंडर ऑनलाइन होता है भ्रष्टाचार का आरोप बेबुनियाद है।
निगम में पार्षदों की दलीय स्थिति
सिंगरौली में आम आदमी पार्टी की इकलौती महापौर रानी अग्रवाल है। वहीं नगर निगम अध्यक्ष भाजपा के देवेश पांडेय है। 45 वार्डो में 23 वार्ड ऊपर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है जबकि 12 वार्ड कांग्रेस के पार्षद है। 5 पार्षद आम आदमी पार्टी के 4 पार्षद बहुजन समाज पार्टी के हैं एवं एक निर्दलीय जबकि एक भारतीय जनता पार्टी के पार्षद की मृत्यु हो चुकी है।
क्रॉस वोटिंग करने का हवाला
संख्या बल अगर देखा जाए तो बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस, आम आदमी पार्टी बसपा निर्दलीय मिलाकर 22 -22 है। वहीं कांग्रेस बीजेपी का अलग-अलग दावा है। कांग्रेस कह रही है कि अविश्वास प्रस्ताव में बीजेपी पार्षद क्रॉस वोटिंग करेंगे जबकि बीजेपी के पदाधिकारी कांग्रेस एवं अन्य पार्षदों को क्रॉस वोटिंग करने का हवाला दे रहे हैं।
संवाददाता :- आशीष सोनी

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