नगर परिषद की लापरवाही के चलते लाखों रुपये की स्वच्छता मशीनें बनीं कबाड़,भाजपा पार्षदों ने जताई नाराजगी
पलेरा नगर परिषद के द्वारा लगभग 2 वर्ष पूर्व खरीदे गए सफाई उपकरण अब कबाड़ बनने के कगार पर पहुंच गये है। बताया जाता है कि सड़कों की सफाई और कचरा उठाव करने को लेकर नगर परिषद के द्वारा लाखों रूपये की लागत से सफाई मशीन उपकरणों की खरीदारी की गयी थी, लेकिन इन मशीनों का उपयोग आजतक नगर की सड़कों समेत वार्डों में नहीं हो पाया है। बीते कई माह से लगातार बारिश, धूप आदि के कारण लाखों की लागत से खरीदी गई यह स्वच्छता मशीनें बुरी तरह से खराब होने के कगार पर पहुंच गयी है। जबकि इन उपकरणों का मुख्य उदेश्य था कि प्रत्येक वार्ड की सड़कों पर इन मशीनों के जरिए स्वच्छता बिखेरीं जाए। लेकिन नगर परिषद अध्यक्ष एवं सीएमओ की लापरवाही के चलते रखरखाव के अभाव में लंबे समय से यह मशीन कबाड़ में तब्दील हो रहीं हैं। प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के चलते वर्तमान समय में लाखों की लागत से खरीदी गई इन मशीनों को स्थानीय विश्रामगृह में रखवाया गया है। ऐसी स्थिति में नगर की आम जनता में काफी आक्रोश व्याप्त हो गया है। इस मामले को लेकर भाजपा पार्षद गुलाब आदिवासी, पार्षद प्रतिनिधि मुकेश यादव ने स्वच्छता संबंधी मशीनों के उपयोग नहीं किये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यवाही किए जाने की मांग की है। पार्षद प्रतिनिधि मुकेश यादव एवं गुलाब आदिवासी ने कहा कि लगभग दो वर्ष पहले नगर परिषद द्वारा सड़कों की सफाई स्वच्छता हेतु जो लाखों रुपए खर्च कर मशीनों को खरीदा गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि आखिर किस मंशा से लाखों की राशि खर्च की गई और इसका उपयोग आज तक क्यों नहीं हुआ, ये समझ से परे है।सर्किट हाउस को बनाया कचरा वाहनों का पार्किंग स्थल-स्थानीय नगर के विश्रामगृह के आसपास जहां लाखों रुपए की लागत से खरीदे गए स्वच्छता उपकरण कबाड़ में तब्दील हो रहे हैं, वहीं नगर परिषद के द्वारा तमाम कचरा वाहनों को विश्रामगृह में पार्क किया जा रहा है। इन कचरा वाहनों से फैल रही दुर्गंध के कारण आसपास का वातावरण जहां दूषित हो रहा है, वहीं विश्राम में आने वाले लोगों और आसपास के दुकानदारों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।।
संवाददाता :- मुहम्मद ख्वाजा

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