अवैध रेत खनन के खिलाफ प्रशासन की कड़ी कार्रवाई संजयनगर-बूदौर क्षेत्र में छापेमारी
टीकमगढ़ जिले में लंबे समय से अवैध रेत खनन और परिवहन को लेकर उठ रही शिकायतों के बीच बुधवार की शाम प्रशासन ने बड़ी और निर्णायक कार्रवाई की। यह कार्रवाई पलेरा के उर नदी क्षेत्र स्थित संजयनगर और बूदौर में प्रशासनिक टीम ने छापेमारी करते हुए अवैध खनन पर नकेल कसी। कार्रवाई का नेतृत्व जतारा एसडीएम संजय दुबे, तहसीलदार कुलदीप सिंह ठाकुर, पलेरा थाना प्रभारी मनोज सोनी, और कनेरा चौकी प्रभारी आकाश रुसिया ने किया। पुलिसबल और राजस्व अमले के साथ संयुक्त टीम अचानक मौके पर पहुंची, जिससे अवैध खनन में लिप्त लोग सकते में आ गए।पत्रकारों के सवाल के बाद प्रभारी मंत्री ने दिए थे सख्त निर्देश।
बीते सोमवार को जिले के दौरे पर आईं जिले की प्रभारी मंत्री कृष्णा गौर से पत्रकारों ने खुलकर सवाल किया कि उर नदी सहित कई क्षेत्रों में अवैध रेत उत्खनन और परिवहन बड़े पैमाने पर चल रहा है, लेकिन कार्रवाई न के बराबर है। इस पर मंत्री ने सख्त लहजे में कहा था कि, अवैध खनन को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, प्रशासन को तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए जाएंगे। इसी दिन कलेक्ट्रेट में हुई समीक्षा बैठक में भी अवैध रेत खनन का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया। बैठक के बाद प्रशासन ने रणनीति तैयार करते हुए बुधवार को छापेमारी को अंजाम दिया।बड़े पैमाने पर बिना अनुमति चल रहा था अवैध घाट वही सूत्रों के अनुसार, संजयनगर और बूदौर क्षेत्र में पिछले कई दिनों से रेत माफिया द्वारा बिना किसी अधिकारिक अनुमति के रेत निकासी और परिवहन किया जा रहा था। कई ट्रैक्टर-हाइवा रोजाना नदी क्षेत्र से रेत भरकर ले जाते थे। जानकारी मिलने पर प्रशासन ने इस पूरे नेटवर्क पर नजर रखी और फिर संयुक्त दबिश दी। छापेमारी के दौरान प्रशासन ने एक एलएनटी मशीन, एक जेसीबी मशीन, एक हाइवा ट्रक, भारी मात्रा में डंप की गई रेत को कब्जे में लिया। सभी वाहन और मशीनें पलेरा थाना परिसर में रखी गई हैं। मौके से कुछ लोग भाग निकले, जिनकी पहचान कर आगे कार्रवाई की जाएगी। राजस्व विभाग के अनुसार जब्ती पंचनामा तैयार कर संबंधित धाराओं में प्रकरण दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है।जिले में रेत खदानों का नया ठेका- 18 में से 8 घाट चालू टीकमगढ़ जिले में हाल ही में रेत खदानों का नया ठेका अलॉट हुआ है। जो कि 5.5 करोड़ में हरियाणा की महालक्ष्मी ट्रेडर्स कंपनी को 2 वर्ष के लिए यह ठेका मिला हुआ है। जिला प्रशासन के अनुसार कुल 18 अधिकृत रेत घाटों को स्वीकृति दी गई है। इनमें से 8 घाट विधिवत चालू हो चुके हैं और नियमों के तहत रेत का खनन व परिवहन किया जा रहा है। 10 घाट अभी प्रक्रिया और स्वीकृति के चरण में हैं, जहां खनन शुरू नहीं हुआ है। प्रशासन का कहना है कि वैध घाटों के संचालन के बावजूद कुछ क्षेत्रों में अवैध खनन बढ़ गया था, जिस पर अब सख्ती की जाएगी।अब बढ़ेगी मॉनिटरिंग और राउंड पेट्रोलिंग वही अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि नदी क्षेत्रों में राउंड पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी। वैध घाटों के बाहर रेत परिवहन पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। अवैध परिवहन पकड़ में आने पर वाहन जब्ती व एफआईआर अनिवार्य होगी। एसडीएम संजय दुबे ने कहा कि अवैध खनन में लिप्त किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा। वही प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई शुरुआत है। आने वाले दिनों में जिले के अन्य नदी घाटों, अवैध डम्प और संदिग्ध स्थलों पर भी छापेमारी की जा सकती है।
खनन माफियाओं में हड़कंप संयुक्त कार्रवाई के बाद पलेरा और आसपास के क्षेत्रों में खनन माफियाओं में अफरा-तफरी फैल गई है। सूचना है कि कई स्थानों पर रात के समय खनन गतिविधियां अचानक रोक दी गईं।
संवाददाता :- मुहम्मद ख्वाजा

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