नासमझी में भटकी बालिका को मिली नई राह — पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह मंडलोई ने दिया शिक्षा और जीवन का संदेश


टीकमगढ़ पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह मंडलोई ने दिनांक 30 अक्टूबर 2025 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में थाना कोतवाली क्षेत्र की एक 12 वर्षीय नाबालिग बालिका से आत्मीय संवाद किया और उसे जीवन में शिक्षा, समझदारी और आत्मनिर्भरता का महत्व समझाया। गत दिवस थाना कोतवाली क्षेत्र की उक्त बालिका बिना बताए घर से चली गई थी। परिजनों द्वारा सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बालिका की तलाश प्रारंभ की और उसे सकुशल दस्तयाब कर परिजनों के पास सुरक्षित पहुंचाया।मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक मंडलोई ने बालिका एवं उसके परिवार को कार्यालय बुलाकर उनसे व्यक्तिगत रूप से चर्चा की। बालिका से घर छोड़ने का कारण पूछे जाने पर यह पाया गया कि उसने नासमझीवश यह कदम उठाया था। इस पर मंडलोई ने बालिका को प्रेमपूर्वक समझाइस दी कि माता-पिता की अनुमति के बिना घर से बाहर न जाए, शिक्षा को प्राथमिकता दे और अपने सपनों की दिशा में आगे बढ़े। बालिका की पारिवारिक आर्थिक स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी कोतवाली को निर्देशित किया कि बालिका की शिक्षा में सहयोग किया जाए एवं उसकी रुचि के अनुरूप पेंटिंग सिखाने की व्यवस्था की जाए। थाना प्रभारी द्वारा इस उत्तरदायित्व को सहर्ष स्वीकार किया गया, जिसकी पुलिस अधीक्षक ने सराहना की। मंडलोई ने बालिका के परिजनों को भी समझाइस दी कि वे बालिका को स्नेह, सुरक्षा और शिक्षा का वातावरण प्रदान करें ताकि वह भविष्य में आत्मनिर्भर बन सके। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि टीकमगढ़ पुलिस बालिका की शिक्षा एवं कौशल विकास में हरसंभव सहयोग प्रदान करेगी। संवाद के अंत में पुलिस अधीक्षक ने बालिका को उपहार स्वरूप आवश्यक सामग्री प्रदान की। बालिका एवं उसके परिजनों ने पुलिस अधीक्षक का आभार व्यक्त किया और भविष्य में शिक्षा प्राप्त कर आगे बढ़ने का संकल्प लिया।टीकमगढ़ पुलिस का यह कदम समाज में संवेदनशील, मानवीय और जनहितैषी पुलिसिंग की उत्कृष्ट मिसाल प्रस्तुत करता है।

संवाददाता  :- मुहम्मद ख्वाजा