अशोकनगर पुलिस द्वारा बड़ी कार्यवाही, करोड़ों की कीमत वाला रेड सैंड बोआ पकड़ी ,दो आरोपी गिरफ्तार 


पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा द्वारा अशोकनगर जिले में अवैध गतिविधियों अवैध व्यापार तस्करी एवं संरक्षण अधिनियम की उल्लंघन के विरुद्ध निरंतर अभ्यास अभियान चलाया जा रहा है इसी क्रम में थाना कोतवाली पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है जिसके अंतर्गत दो व्यक्ति को दुर्लभ प्रजाति के रेड सैंड बोआ जिसे वैज्ञानिक नाम एरिक्स जॉनी के साथ गिरफ्तार किया गया है। इसी क्रम में आज थाना कोतवाली अशोकनगर पुलिस को मुख्य सूचना प्राप्त हुई कि दो व्यक्ति एक दुर्लभ प्रजाति के सांप को बेचने के उद्देश्य से जेबीएस कॉलोनी तरफ जा रहे हैं उक्त सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक अशोकनगर  राजीव मिश्रा द्वारा थाना प्रभारी कोतवाली को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।

 सूचना के आधार पर पुलिस टीम द्वारा जेबीएस कॉलोनी अशोकनगर पर आकस्मिक चेकिंग के दौरान दो संदिग्ध व्यक्ति वहां आते दिखाई दिए जिनकी गतिविधियों देखकर पुलिस टीम ने उन्हें घेर लिया संदिग्धों की तलाशी लेने पर उनके पास एक बैग में बंद जीवित रेड सैंड बोआ सांप बरामद किया गया एवं आरोपी के कब्जे से मोटरसाइकिल जप्त की गई।

आरोपी बाबू आदिवासी पुत्र करण सिंह आदिवासी उम्र 27 वर्ष निवासी ग्राम टीटोर थाना बहादुरपुर एवं शिवा आदिवासी पुत्र कैलाश आदिवासी उम्र 20 वर्ष निवासी ग्राम टीटोर थाना बहादुरपुर के विरुद्ध थाना कोतवाली अशोकनगर में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9,39 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जा रहा है प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों द्वारा बताया गया कि रेड सैंड बोआ सांप को जयपुर राजस्थान से अपने रिश्तेदार के यहां से लाना बताया गया है बरामदशुदा रेड सैंड बोआ सांप मेडिकल परीक्षण उपरांत माननीय न्यायालय के आदेशानुसार अग्रिम कार्रवाई की जावेगी।

भारत में यह प्रजाति एक संरक्षित प्रजाति है वन्य जीव संरक्षण अधिनियम आदि के तहत और इसका पकड़ना व्यापार करना कानूनी रूप सरकार है। 

 करोड़ों में कीमत क्यों 

इस सांप की कीमत ऊंची होने के पीछे कुछ बड़ी वजह हैं दुर्लभता इस सांप की तस्करी पकड़ने की चुनौतियों और कानूनी प्रतिबंधों के कारण यह दुर्लभ हो गया है

 जिससे इसका विशेष मूल्य बन गया है अवैध व्यापार और मांग रिपोर्ट्स के अनुसार इसे चीन  नेपाल आदि देशों में अवैध तरीके से भेजा जाता है जहां इसकी खाल हड्डियां या इससे तांत्रिक औषधि या अन्य असाधारण उपयोग के लिए मांग में है।

संवाददाता :- अवधेश दांगी