सिविल सर्जन पर कालिख कांड: शिवसेना उपाध्यक्ष ने वीडियो बनाकर की कार्रवाई, थाने में पहुंचकर किया सरेंडर; पुलिस जांच में जुटी
सीधी जिले में रविवार को स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया, जब जिला अस्पताल में पदस्थ सिविल सर्जन डॉ. एस.बी. खरे के चेहरे पर शिवसेना के प्रदेश उपाध्यक्ष द्वारा कालिख पोत देने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। घटना हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित नर्सिंग होम के पास की बताई जा रही है, जहां डॉक्टर अपने घर से क्लीनिक की ओर अस्पताल जाने निकले थे।
वीडियो बनाकर थाने पहुंचे, कहा — “हम विरोध कर रहे थे, किसी को आहत करना उद्देश्य नहीं”
सूत्रों के मुताबिक, शिवसेना के प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पांडेय ने यह पूरा विरोध-प्रदर्शन स्वयं रिकॉर्ड किया और उसके बाद सीधे थाने के बाहर पहुंचकर खुद को सरेंडर कर दिया। थाने के सामने बयान देते हुए उन्होंने कहा—
“सिविल सर्जन के खिलाफ हमने पहले भी शिकायत पत्र कलेक्ट्रेट में दिया था। हमने प्रशासन को अवगत कराया था कि निजी नर्सिंग होम के सामने डॉक्टर के खिलाफ हम प्रदर्शन करेंगे। हमारा उद्देश्य किसी को आहत करना नहीं था, यह सिर्फ विरोध प्रदर्शन था।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पूरा मामला सामने आने के बाद उन्होंने एसपी सीधी संतोष कोरी से फोन पर बात करने की कोशिश की, लेकिन ना कॉल रिसीव की गई और ना ही कोई प्रतिक्रिया मिली।
पुलिस का क्या कहना है?
मामले में डीएसपी अमन मिश्रा ने बताया कि सिविल सर्जन द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई है, जिस आधार पर पुलिस जांच कर रही है।
जब मीडिया ने सवाल किया कि आरोपी नेता ने स्वयं सरेंडर किया है या पुलिस ने गिरफ्तार किया है, इस पर डीएसपी ने कहा—
“मामले की जांच जारी है, इसलिए अभी किसी भी निष्कर्ष पर पहुँचना जल्दबाजी होगी।”
क्यों भड़का विरोध?
जिला अस्पताल की अव्यवस्था, स्वास्थ्य सेवाओं में गिरावट और निजी नर्सिंग होम की बढ़ती निर्भरता को लेकर शिवसेना नेता पहले से ही नाराज़ चल रहे थे। बताया जा रहा है कि लंबे समय से शिकायतें करने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिसके कारण यह प्रदर्शन उग्र रूप ले गया।
संवाददाता :- आशीष सोनी

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