दुर्गम जंगलों में भी पहुंच रहे बीएलओ, SIR अभियान में छत्तीसगढ़ ने पार किए 95 लाख डिजिटाइजेशन के रिकॉर्ड


छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण 2026 के तहत बूथ लेवल अधिकारी (BLO) अपने दायित्वों को पूरी ईमानदारी से निभा रहे हैं. दुर्गम पहाड़ी इलाकों से लेकर जंगलों और नदियों तक, वे हर चुनौती के बीच मतदाताओं तक पहुंच रहे हैं. राज्य में अब तक 95 लाख से अधिक गणना प्रपत्रों का डिजिटाइजेशन किया जा चुका है, जो कुल पंजीकृत मतदाताओं का करीब 45 प्रतिशत है.

इंद्रावती नदी पार कर अबूझमाड़ पहुंचे BLO

बीजापुर क्षेत्र के पल्लेवाया और गुट्टामंगी में तैनात BLO-पायकुराम कश्यप और रामसाय यादव-इंद्रावती नदी पार कर अबूझमाड़ के बेहद कठिन इलाकों में पहुंचे और वहां गणना प्रपत्रों का वितरण व संकलन किया. यह इलाका नक्सल प्रभावित होने के साथ-साथ भौगोलिक रूप से भी बेहद चुनौतीपूर्ण माना जाता है.

85 केंद्रों में पूरा हुआ 100 प्रतिशत काम

राज्य के कई जिलों-सरगुजा, रायगढ़, राजनांदगांव, दुर्ग, बस्तर, जांजगीर-चांपा, जशपुर, कबीरधाम, धमतरी, सुकमा, कोंडागांव, मुंगेली और सक्ती-के 85 मतदान केंद्रों पर BLO ने गणना प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन का काम शत-प्रतिशत पूरा कर लिया है.

उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मान

उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कई BLO को जिला निर्वाचन अधिकारियों ने सम्मानित भी किया है. इनमें शामिल हैं-
आरती रात्रे (कोरबा),
मथुरा पटेल (सारंगढ़-बिलाईगढ़),
नंद कुमार यादव (जांजगीर-चांपा),
शिवकुमार सिंह (जांजगीर-चांपा),
कृष्णकुमार राठौर (जांजगीर-चांपा),
सुरेशकुमार डहरिया (जांजगीर-चांपा),
सीताराम यादव (जांजगीर-चांपा)
और रजनी नाग (पत्थलगांव).

4 दिसंबर का इंतजार न करें: CEO

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी यशवंत कुमार ने मतदाताओं से अपील की है कि वे गणना प्रपत्र ऑनलाइन या ऑफलाइन किसी भी माध्यम से जल्द जमा करें और अंतिम तारीख 4 दिसंबर का इंतजार न करें.

मतदाताओं को मिल रही लगातार जानकारी

CEO छत्तीसगढ़ के फेसबुक, इंस्टाग्राम और एक्स पेजों पर फॉर्म भरने की प्रक्रिया, नाम खोजने के तरीके और पुनरीक्षण से जुड़ी अन्य जानकारी नियमित रूप से साझा की जा रही है, ताकि किसी मतदाता को किसी तरह की परेशानी न हो.

संवाददाता :- ख़ुशी ढिमोले