तौल कांटा पर चीप एवं रिमोट का मामला,पकड़ा तूल,एनसीएल दुद्धिचुआ परियोजना का मामला
दरअसल यहां बताते चले कि पिछले दिनों एनसीएल परियोजना दुद्धिचुआ खदान के वेब्रिज-3, जो पहले से खराब था, उसका मरम्मत करने पहुंचे इंजीनियरों के पास से एक चीप एवं रिमोट मिला। जांच में यह डिवाईस वेब्रिज के लोड सेल में लगाकर तौल में हेराफेरी करने का सक्षम पाया गया। इस सनसनी खेज मामले को एनसीएल प्रबंधन ने गंभीरता से लिया और एनसीएल अधिकारी अभय कुमार चौधरी की तहरीर पर शक्तिनगर पुलिस ने दो इंजीनियर श्रवण कुमार बैस और सांत्वन कुमार शाह तथा ठेकेदार फर्म के क्षेत्रीय प्रबंधक प्रदीप सोनी के खिलाफ बीएनएस के विभिन्न धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध करते हुये मामले की जांच में जुट गई। हालांकि सूत्र बता रहे हैं कि उक्त मामले को लेकर पुलिस की जांच पड़ताल मंथर गति से शुरू है। चर्चाएं यहां तक की जा रही हैं कि मामले को ठण्डे बस्ते में डालने के लिए तरह-तरह के कवायदे की जा रही हैं। यहां बताते चले कि एनसीएल परियोजना के दुद्धिचुआ कांटो तौल पर चीप व रिमोट मिलने की पहली घटना नही है, इसके पूर्व बीना खदान में भी संदिग्ध चीप बरामद की गई थी। जिसकी जांच चल रही है और अब यह मामला पुलिस के हाथ में चला गया है। अब देखना है कि पुलिस कितनी गहराई तक पहुंच इस खेल में शामिल कितनो पर शिकंजा सकती है, यह तो आने वाला वक्त भी बताएगा। फिलहाल एनसीएल परियोजना दुद्धिचुआ उक्त मामले को लेकर जहां चर्चाओं में आ गया है, वहीं दो इंजीनियर व ठेकेदार फर्म से गहनता के साथ पूछतांछ के बाद ही असली रहस्य का खुलासा हो पाएगा।
पुलिस की निगाह कोयले के बड़े उपभोक्ताओं पर
पुलिस की निगाह दुद्धिचुआ खदान से निकलने वाले वाले कोयले की मात्रा व बड़े उपभोक्ताओं पर है। बताया जा रहा है कि यहां से सबसे अधिक कोयला निजी पावर प्लांटों को जाता है। ट्रक ट्रेलरों के जरिए निकलने वाले कोयले का कांटा किया जाता है। इसके बाद यह कोयला वार्फवाल रेल रैक लोडिंग प्वाइंट व रोड सेल के तहत तय गंतव्य तक पहुंचता है। रेल रैक के जरिए निकलने वाले कोयला का अलग से वजन किया जाता है। इसी तरह रेल रैक व ट्रक ट्रेलरों से निकले कोयले का मिलान कराया जाता है। इसी व्यवस्था में कोयला कारोबारी सेंधमारी की कोशिश करते हैं। इससे पहले एनसीएल बीना में तीन साल पूर्व इसी तरह का मामला उजागर हुआ था। इस मामले की एनसीएल की विजलेंस टीम ने जांच किया था और टीम के रिपोर्ट के आधार पर एक डिप्टी मैनेजर व दो कर्मियों को निलंबित कर दिया गया था। दुद्धिचुआ में कोयला तौल प्रक्रिया से छेड़छाड़ की नई साजिश उजागर होने के बाद उच्च प्रबंधन वेब्रिज तौल कांटा के कार्य करने व इसके ऑपरेशन से जुड़ेे कर्मियों से संबंधित कार्यों की नए सिरे से समीक्षा शुरू कर दिया है।
नाप तौल कांटा में त्रिमूर्ति का खेला
सूत्रों के मुताबिक एनसीएल परियोजना दुद्धिचुआ के वेब्रिज मरम्मत के लिए पहुंचे जिन दो इंजीनियरों से संदिग्ध चिप और रिमोट डिवाइस मिली है। यह दोनों म.प्र. के निवासी हैं। कंपनी के प्रबंधक का निवास भी जिला का बताया जा रहा है। एनसीएल अधिकारी अभय कुमार चौधरी की तहरीर पर पुलिस ने इंजीनियर श्रवण कुमार वैश्य और सांत्वन कुमार शाह तथा फर्म के क्षेत्रीय प्रबंधक प्रदीप सोनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है। आरोप है कि दुद्धिचुआ खदान के खराब वेब्रिज-तीन को ठीक करने पहुंचे, इंजीनियरों के पास से एक चिप और रिमोट मिला। जांच में डिवाइस को वेब्रिज के लोड सेल में लगाकर तौल में हेराफेरी करने में सक्षम पाया गया। चर्चा है त्रिमूर्ति ने लम्बा सांठगांठ कर कोयले में हाथ साफ किया है। अब निष्पक्ष जांच के बाद ही इसकी सच्चाई सामने आ सकती है।
संवाददाता :- आशीष सोनी

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