पीएम आवास की किस्त अटकी, सपनों के आशियाने पर ब्रेक
पीएम आवास योजना किस्त नहीं मिलने के कारण हितग्राहियों की परेशानी बढ़ गई है। गरीब परिवार सपनों के आशियाने को चाहकर भी पूरा नहीं कर पा रहे हैं। पीएम आवास योजना 2.0 के अंतर्गत 700 मकानों की स्वीकृति मिली है। 200 से अधिक हितग्राहियों को पहली किस्त और 80 से अधिक हितग्राहियों को दूसरी किस्त नहीं मिल पाई है।
निर्माण कार्य बीच में रूका
समय पर किस्त की राशि नहीं आने के कारण निर्माण कार्य को बीच में ही रुकवा दिए हैं। इधर, हितग्राही प्रतिदिन नगर निगम जानकारी लेने पहुंच रहे हैं। योजना से लगभग दो लाख 50 हजार रुपये हितग्राहियों के खाते में आएंगे। वहीं छह माह के भीतर मकान का निर्माण कार्य पूर्ण होने पर 32 हजार 850 रुपये गृह प्रवेश के लिए प्रोत्साहन के रूप में मिलेगा, लेकिन समय पर किस्त नहीं आने के कारण निर्माण कार्य पिछड़ेगा और हितग्राही सम्मान राशि से भी वंचित हो जाएंगे।
इंजीनियर दे रहे गोलमोल जवाब
समय पर किस्त नहीं आने से हितग्राहियों की परेशानी बढ़ गई। कई हितग्राही ब्याज में राशि लेकर निर्माण कार्य को पूरा करा रहे हैं, लेकिन प्रिंथ से लेकर सज्जा लेवल तक एक भी किस्त नहीं आने से हितग्राही परेशान नजर आ रहे हैं। हितग्राही नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों के साथ-साथ इंजीनियरों से भी जानकारी ले रहे हैं, लेकिन संबंधित इंजीनियर गोलमोल जवाब दे रहे हैं। इंजीनियर एक ही स्वर में कह रहे हैं कि फाइल रायपुर भेज दी गई है।
सरिया-सीमेंट के दाम धड़ाम, किस्त का इंतजार
वस्तु एवं सेवा कर (GST) में कटौती से आवास निर्माण कराना सस्ता हो गया है। सरिया-सीमेंट के दाम में जबरदस्त गिरावट आई है। सीमेंट 300 से सीधे 270 प्रति बोरी सरिया 5,200 से सीधे 4,900-5,000 प्रति क्विंटल पर आ गया है। जिले में सैकड़ों की संख्या में पीएम आवास निर्माण की स्वीकृति मिली है। पीएम आवास के हितग्राही डमरू सेन व धनेश्वरी ने बताया कि राशि नहीं मिलने के कारण आवास का निर्माण रुक गया है।
राजमिस्त्री, मजदूर के पारिश्रमिक बढ़ गए
इधर, राजमिस्त्री, मजदूर के पारिश्रमिक बढ़ गए हैं। राजमिस्त्री की रोजी 500 से बढ़कर 600 रुपये, कुली की मजदूरी 300 से बढ़कर 400 रुपये तथा रेजा की मजदूरी 250 से बढ़कर 300 रुपये हो गई है।काली ईंट के मुकाबले लाल ईंट 30 प्रतिशत महंगीलाल ईंट के दाम आसमान छूने के बाद भी यह लोगों की पहली पसंद है।
बसंतपुर निवासी भूषण कुमार ने बताया कि फ्लाई ऐश वाली काली ईंट प्रति हजार 4,500 रुपये, मिट्टी की लाल ईंट 7,000 रुपये हो गई है। काली ईंट सस्ती होने के बाद भी उसे लाल ईंट से मकाना बनाना पसंद है। उन्होंने बताया कि रेत के दाम सामान्य हैं। 1,200 रुपये ट्राली में उपलब्ध हो रही है।
संवाददाता :- खुशी ढ़िमोले

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