पूर्व मंत्री सिहावल विधायक से नाराज होकर, युवा कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता ने थामा भाजपा का दामन
जैसे-जैसे मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे है। ऐसे में कांग्रेस का विकेट गिरता नजर आ रहा है। कांग्रेस के नेता भाजपा का दामन थाम रहे है। ऐसी में स्तिथि ठीक नही दिख रही है। युवा वर्ग नाराज होकर दूसरा दल धाम रहा है। कांग्रेस का जनाधार सिमटता जा रहा है और संगठन बिखरा नजर आ रहा है। इतना ही नहीं कांग्रेस में बुजुर्ग नेता साइड लाइन है तो युवा नेता अपनी सियासी भविष्य के लिए चिंतित है। ऐसे में विंध्य के उभरते प्रतिभाशाली युवा नेता युवा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शिवम शुक्ला ने भाजपा का हाथ थामा है। कम समय में अपने प्रतिभा के कारण नाम कमाने वाले शिवम शुक्ला अब कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है। भाजपा का दामन थामने की बात उन्होंने स्वयं पुष्टि की है। ऐसे में सवाल उठता है कि कांग्रेस के अच्छे दिन कैसे आएंगे...? कांग्रेस को अलविदा कह शिवम शुक्ला ने गुरुवार को भाजपा में शामिल हो गए सिंगरौली जिला के देवसर से आने वाले शिवम शुक्ला के पिता भी कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए है। शिवम शुक्ला का कांग्रेस छोड़ना विंध्य के लिए सियासी तौर पर एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
सिहावल विधायक की जातिगत राजनीति से थे नाराज
शिवम शुक्ला काफी समय से कांग्रेस में असहज चल रहे थे। 16 मई को उनके गृह ग्राम में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का आगमन हुआ था। ऐसे में उनके मन में चाहत थी की पूर्व मुख्यमंत्री हमारे गृह ग्राम में आए है तो उनका स्वागत अपने साथियों के साथ करें लेकिन उनके चाहत पर सिहावल विधायक ने पानी फेर दिया। उनका आरोप है की कमलेश्वर पटेल राजनीतिक द्वेष भावना रखते है। इस कारण उन्हे कमलनाथ के सामने आने का मौका नही दिया। और साथ ही उनके राजनीति सफर में पाई की सफलता का विरोध करते हैं। तमाम इन सब बातों को लेकर शिवम शुक्ला नाराज थे। तभी उन्होंने अपने सियासी भविष्य की चिंता कर भाजपा का दामन थाम लिया है। शिवम ने विधायक पटेल पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि कमलेश्वर पटेल जातिगत राजनीति करते हैं। ऐसे में समूचे विंध्य में कांग्रेस पार्टी बदनाम हो रही है।
पिता से सीखी थी राजनीति
शिवम शुक्ला की बीजेपी की सदस्यता की खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई सियासी हलचल मच गया। शिवम शुक्ला कांग्रेस पार्टी के लिए समर्पण कार्यकर्ता के रूप में पिछले कई वर्षो से निस्वार्थ भाव से कार्य कर रहे थे। बातचीत में शिवम ने बताया कि अपने शिक्षा दीक्षा पूर्ण करने के बाद अपने पिता से राजनीति सीखकर कांग्रेस में सदस्यता ली थी क्योंकि पिताजी भी कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए थे और ऐसे में पिताजी से प्रेरित होकर कांग्रेस पार्टी में जुड़ा और धीरे धीरे अपने क्षमता के आधार पर पार्टी में आगे बढ़ता गया। लेकिन ये बात सिहावल विधायक को नही पची और मेरे विरोध करने लगे ऐसे में भाजपा से जुड़ने का फैसला लिया है।
संवाददाता : पंकज तिवारी
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