Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

Responsive Advertisement

एमपी विधानसभा चुनाव के लिए क्या है मायावती की रणनीति?

 एमपी विधानसभा चुनाव के लिए क्या है मायावती की रणनीति? इन सीटों पर है खास नजर

मध्य प्रदेश की सियासत में बहुजन समाज पार्टी ने साल 1993 और 1998 के विधानसभा चुनाव में 11-11 सीटें हासिल कर ली थीं. लेकिन अब प्रदेश में बसपा की महज दो सीटें ही हैं. हालांकि साल के अंतिम महीनों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर बसपा फिर से जनाधार जुटाने का प्रयास कर रही है. बसपा ने ग्वालियर से बहुजनराज अधिकार यात्रा निकाली है जो इस प्रयास का ही हिस्सा है. 26 अप्रैल से शुरू हुई यात्रा के जरिए बसपा अनुसूचित जाति के वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश करेगी.

चुनावी साल में बसपा मध्य प्रदेश फिर से सक्रिय हो गई है. प्रदेश की 230 सीटों में से 47 सीटें अनुसूचित जनजाति वर्ग और 35 सीटें अनुसूचित जाति वर्ग से हैं. एससी और एसटी वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए बसपा ने यात्रा शुरू की है. हालांकि इन दोनों ही वर्गों पर पहले से ही सत्ताधारी दल बीजेपी और कांग्रेस ने अपना ध्यान लगाया हुआ है.

1993 से 98 तक बसपा ने बढ़ाया था जनाधार
बसपा का साल 1993 और 1998 में मध्य प्रदेश की सियासत में अच्छा खासा दखल हो गया था. साल 1993 के विधानसभा में बसपा के 11 विधायक थे, जबकि साल 1998 में भी बसपा के 11 विधायकों ने जीत दर्ज की थी. लेकिन इसके बाद बसपा प्रदेश की सियासत में निष्क्रिय होती चली गई. फिलहाल बसपा के मध्य प्रदेश में महज दो ही विधायक हैं.

बता दें बसपा द्वारा निकाली जा रही बहुजनराज अधिकार यात्रा मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में भ्रमण कर अगले महीने जून में राजधानी भोपाल आएगी. बताया जा रहा है कि राजधानी भोपाल में बसपा बड़ी जनसभा का आयोजन भीकरेगी. इस सभा में बसपा सुप्रीमो मायावती भी शामिल हो सकती हैं.

Post a Comment

0 Comments