सरपट गलियों को उखाड़ कर दिया गड्ढों में तब्दील, खुली नालिया दे रही दुर्घटनाओं को आमंत्रण
आधुनिकता के इस दौर में आधुनिकरण के लिए विकास के साथ विनास अब कोई नई बात नही रह गई है और ऐसे कई नज़ारे शहर और ग्रामीण इलाकों में देखने को मिल रहे है।अब ऐसा ही कारनामा बहोरीबंद विकासखंड अंतर्गत आने वाली सभी ग्राम पंचायतों में देखने को मिल रहा है, जहाँ हर घर नल जल योजना अन्तर्गत ग्राम की गलियों में नवीन पाइप लाइन बिछाई जा रही हैं जिसके लिए मुख्य सड़कों और गांव की सीमेंटेड गलियों को उखाड दिया गया है, और इन्ही उखड़ी गलियों और सड़को पर मिट्टी डालकर अपने हाल में छोड़ दिया गया है। सड़के और गलियां पूरी तरह उबड़ खाबड़ हो गई है, जिनमे वाहन चलाना तो दूर उनमें पैदल चलना भी दूभर हो गया है। बता दे कि रास्तों में जगह-जगह बड़े-बड़े गढ्ढे पत्थर उभरे हुए है, जिनसे रोज लोग चोटिल हो रहे है, जहाँ कुछ समय पहले धूल रहित चिकनी सपाट सड़के और गलियां हुआ करती थी, वहा अब उबड़खाबड़ खड्डे नज़र आते है। मानो ऐसा प्रतीत होता है कि फिर से बीस वर्ष पीछे पहुंच गए है।
नलजल योजना अन्तर्गत बाकल में निर्माण कार्य कर रहे ठेकेदार की हठधर्मिता से ग्राम वासियों का जीना दुश्वार हो गया है,जहाँ स्टेट हाइवे 48 से कूड़ा,मसन्धा जाने वाली मुख्य सड़क बाकल हायर सेकेंडरी स्कूल से लेकर रेंज चौकी तिराहे तक लगभग 1 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाने के लिए मुख्य सड़क के बाजू से गहरी नाली खोद दी गई है, साथ ही उसी मलबे को सड़क पर फैला दिया गया है औऱ कार्य को लगभग बीस दिन से छोड़ कर ठेकेदार गायब हो गया है,जिसके कारण मुख्य सड़क पर रोज जाम की स्तिथि निर्मित हो रही है और गहरी नाली में गिरकर मवेसी और राहगीर जख्मी हो रहे है। इसके साथ ही गांव के मुख्य स्थल पुरानी बाजार प्रांगण में रहवासी घरों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के सामने पाइप लाइन हेतु आरसीसी को खोदकर गहरी नाली खोद दी गई है,जिसके लगभग दो फिट हिस्से की पुराई करके खुला छोड़ दिया गया है, जिससे व्यापारियों और रहवासियों को खासी परेशनियों का सामना करना पड़ रहा है।
संवाददाता : गोकुल पटेल
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