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शिक्षा के मंदिर में प्राचार्य और प्रोफेसर ने की दलित छात्र के साथ मारपीट शिकायत के बाद भी पुलिस ने नही किया मामला पंजीबद्ध

 


शिक्षा के मंदिर में प्राचार्य और प्रोफेसर ने की दलित छात्र के साथ मारपीट शिकायत के बाद भी पुलिस ने नही किया मामला पंजीबद्ध



गाडरवारा नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा में बीती 23 अगस्त को रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय से संबद्ध रखने वाले महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज के प्राचार्य ए. के. जैन एवं अन्य प्रोफेसर के खिलाफ उसी कॉलेज के छात्र चंद्रभान अहिरवार ने गाडरवारा थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया है की वह अपने कार्य से पीजी कॉलेज गया हुआ था जब वह एक कमरे के यहां बैठ कर किसी दोस्त से फोन पर बात कर रहा था तब कॉलेज प्राचार्य एवं अन्य दो प्रोफेसरों ने छात्र से पूछा कि यहां क्या कर रहे हो किससे बात कर रहे हो छात्र चंद्रभान ने बताया की वह अपने दोस्त से बात कर रहा है।  छात्र ने अपना नाम बताया तो छात्र से प्राचार्य ने  जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उसे कमरे में बंद करके कॉलेज के अन्य दो प्रोफेसरों के साथ मिलकर मारपीट की घटना को अंजाम दिया। छात्र का आरोप है की उसे उसकी जाति के कारण ये सब झेलना पड़ा जैसे तैसे छात्र वहां से भागा और सीधा गाडरवारा थाने आकर रिपोर्ट दर्ज कराना चाहा तो पीड़ित छात्र की रिपोर्ट नही लिखी गई जिसके बाद पीड़ित ने एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है। छात्र का आरोप है की उसे कॉलेज प्रबंधन द्वारा झूठा फसाया जा सकता है। अब समझने वाली बात ये है की एक दलित छात्र के साथ मारपीट और जातिसूचक शब्दों के इस्तेमाल करने के बाद भी अबतक गाडरवारा पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की है पुलिस ने मामले को जांच के नाम पर लटका दिया है। और वहां कॉलेज प्रबंधन छात्र को झूठे मामले में फंसाने की फिराक में दिखाई दे रहा है। दलित के साथ हुई इस घटना को लेकर दलित संगठनों में काफी रोष व्याप्त है उनका कहना है कि इस मामले में जल्द दोषियों पर कार्यवाही की जानी चाहिए उन्होंने चेतावनी भी दी है की छात्र को यदि झूठा फसाया गया तो वह दलित छात्र के साथ हुई इस घटना के विरोध में सड़कों पर उतरेंगे । वहीं इस घटना के बाद कॉलेज प्रबंधन के व्यवस्था पर एक बार फिर कालिख पुत गई है क्योंकि ये मामला कोई पहली दफा नही है इससे पूर्व भी ऐसे मामले कॉलेज में देखे गए हैं। भ्रष्टाचार का अड्डा बना कॉलेज अब अपनी साख बचाने छात्र पर दवाब की राजनीति खेल रहा है और अपने बाहुबल के चलते उसे झूठे मामले में फसाने की कोशिश में लगा हुआ है।


इनका कहना है


1.दलितों के साथ लगातार अत्याचार किए जा रहे हैं। इस मामले में भी जांच के नाम पर अभी तक कोई उचित कार्यवाही नही हुई है, यदि एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो संघटनात्मक विरोध करेंगे ।


प्रीतम अहिरवार अध्यक्ष अहिरवार समाज एवं भीमा आर्मी

2.उस मामले में जांच चल रही है बयान लिए जा रहे हैं। जो भी तथ्य निकलकर सामने आएंगे उसके गुण दोषों के आधार पर कार्यवाही की जावेगी ।

संवाददाता :दीपक मालवीय



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