मानसून के सक्रिय होने से सड़कों पर भरा पानी।
कई ग्रामीणों और दुकानदारों का यह भी कहना है कि इस संबंध में कई बार शिकायत भी की गई लेकिन निराकरण आज तक नहीं हो पाया है एक तरफ सरकार सड़क और स्वच्छता पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है लेकिन हकीकत में योजनाएं कितनी कारगर साबित हो रही है इसका उदाहरण गोनर्रा बाजार से लगाया जा सकता है जहां पर आज भी कई छोटी सब्जी और फलों की दुकान है जो जलमग्नीय स्थानों पर लगाई जा रही है जो कि निकट भविष्य में कई बीमारियों को न्योता देने का कार्य कर रहीं हैं।
संवाददाता आशीष सोनी
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