तहसील रैपुरा के युवाओं ने प्रशासन से की माँग रैपुरा में हो महाविद्यालय की स्थापना
पन्ना _जिले की सबसे पिछड़ी तहसील रैपुरा जो की जिला मुख्यालय से 110km दूर है जो स्वतंत्रता के 75 वर्षों बाद भी अपनी मूलभूत समस्याओं के लिए संघर्षरत है। रैपुरा के आसपास लगभग 50 गांव लगे हुए जहा पर पढ़ाई के लिए उच्च स्तर के संस्थान नही है।
देश के भविष्य कहे जाने वाले विद्यार्थी अपने भविष्य को बनाने के लिए स्कूल कालेज जाते है। लेकिन रेपुरा से 60 किलो मीटर दूर- दूर तक कोई महाविद्यालय नहीं है जिससे वहाँ के बच्चे पढ़ाई बंद कर देते हैं और अपने भविष्य को वही खत्म कर देते है जहां पर उनके पूर्वज छोड़ कर गये थे।
पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया एवं अन्य कई प्लेटफामो पर रैपुरा तहसील के युवाओं ने खासकर ओबीसी संगठन के पदाधिकारी जयपाल लोधी और नीरज लोधी ज़िला महासचिव युवक कांग्रेस जिला पन्ना ने बताया की हम रैपुरा में पिछले कई वर्षों से महाविद्यालय की मांग कर रहे है जो अभी तक पूरी नहीं हुई, महाविद्यालय खुलवाने की मांग लिए पवई विधायक और खजुराहो लोकसभा सांसद सत्ता होने के बावजूद भी इस मांग को पूरा करने मै नाकाम साबित हो रहे है और तो और जो भोज विश्वविद्यालय द्वारा रैपुरा में जो सेंटर बनाया गया था वह और पवई चला गया
जिला प्रशासन से मांग है कि इस और ध्यान दिया जाये जिससे यहाँ के छात्र-छात्राएं अपनी पढ़ाई को न छोड़े और पढ़ लिखकर अपने नाम गांव, अपने क्षेत्र और अपने जिले का नाम रोशन करे।
संवाद दाता _लखन साहू
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