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देश में निरंतर बढ़ता संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर अपमान, सत्ताधारी पार्टी के नेता सत्ता के मद में हुए मुग्ध

 देश में निरंतर बढ़ता संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर अपमान, सत्ताधारी पार्टी के नेता सत्ता के मद में हुए मुग्ध

टीकमगढ़ जिले के पलेरा में समाजवादी पार्टी के लोहिया वाहिनी के जिला अध्यक्ष रामकुमार यादव के नेतृत्व में सपा कार्यकर्ता और पदाधिकरियो ने महामहिम राष्ट्रपति के नाम पलेरा तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा और बताया की देश की संसद में गृहमंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, भारतीय संविधान निर्माता और भारत रत्न डॉ. अम्बेडकर के अपमान से सम्मानित दलितों, पिछड़ों एवं वंचित समाज की भावनाओं को गहरा आघात पहुंचा है। गृहमंत्री की इस टिप्पणी से दलित, पिछड़ों के प्रति भाजपा की संविधान विरोधी मानसिकता प्रकट होती है।  भारत के गृहमंत्री अमित शाह द्वारा डॉ भीमराव अंबेडकर पर की गई अपमानजनक टिप्पणी के लिए अति शीघ्र जनता से माफी मांगे तथा मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए, वहीं दमोह जिले की पटेरा तहसील की ग्राम कोटा में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़ी गई है, लेकिन दमोह जिले के चारों विधायक या सांसद ने एक दफ़ा भी इस गंभीर विषय पर कोई संज्ञान नहीं लिया, वहीं कांग्रेस जिला अध्यक्ष दृगपाल सिंह लोधी, प्रवेंद्र चंद्राकर, अजय जाटव जैसे कार्यकर्ताओं द्वारा जब शांतिपूर्ण विरोध जताया गया तो सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा अपमान सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए पुलिस की मौजूदगी में पंडाल गिराने का प्रयास किया, इसे देखते हुए तो कहा जा सकता है कि दमोह जिले के भाजपा नेता भी देश के गृह मंत्री के ही समान अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के मतदाताओं को केवल वोट बैंक मानते हैं उनकी नज़र में संविधान निर्माता डॉ. भीम राव अम्बेडकर का अपमान कोई मायने नहीं रखता..केंद्रीय मंत्री अमित शाह द्वारा संसद में संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव आंबेडकर को लेकर दिया गया बयान दिन प्रति दिन उग्र होता जा रहा है,सोमवार की सुबह सैकड़ो की संख्या में भीमआर्मी व ओबीसी महासभा के कार्यकर्त्ता कार्यालय कलेक्ट्रेट परिसर के सामने एकत्र हुए जहाँ बड़ी देर तक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी की गई.उसके बाद राष्टपति के नाम सम्बोधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से बताया गया किदिनांक 18 दिसम्बर 2024 को भारत की संसद में देश के केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संविधान निर्माता भारतरत्न,सिंबल आफ नालेज डॉ भीम राव आंबेडकर जी का अपमान आपत्तिजनक टिप्पणी कर किया गया जिससे दलित,शोषित ,वंचित ,पिछड़े आदिवासियों के दिल में ठेस पहुंची है एवं रोष व्याप्त है। डॉ.भीमराव अंबेडकर संविधान निर्माता होने के साथ कानूनविद ,अर्थशास्त्री,लेखक,सामाजिक चिंतक समाज सुधारक एवं दलितों के मसीहा रहे हैं जिनका लोहा भारत ही नहीं संपूर्ण विश्व में माना जाता है,बाबा साहब आंबेडकर को संपूर्ण विश्व में ज्ञान के प्रतीक के रूप में भी जाना जाता है,बाबा साहब आंबेडकर जाति पाती छुआछूत आदि से संघर्ष करते हुए पूरा जीवन दलितों पिछड़ों उपेक्षितों को अधिकार एवं सम्मान दिलाने में लगाया था।अमित शाह द्वारा बाबा साहब का नाम लेना फैशन होना बताया गया जो बहुत ही निंदनीय है।बाबा साहब कोई फैशन की वस्तु नहीं बल्कि 85 % दलित एवं पिछडा समाज उन्हें भगवान के रूप में देखता है।इसलिए संविधान निर्माता बाबा साहब के अपमान को देश का अपमान मानते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पद से हटाते हुए एफआईआर दर्ज कराई जावे.इस प्रदर्शन में ओबीसी महासभा,गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन, भीम सेवा समिति,बिरसमुंडा आदिवासी महासभा,जयस आदि दर्जनों संगठन शामिल रहे।
वीडियो लिंक : https://www.youtube.com/watch?v=x7p5TSkxm2E


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