Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

Responsive Advertisement

मध्य प्रदेश के एक और ऐतिहासिक और अद्भुत स्थल सांची के स्तूप

 मध्य प्रदेश के एक और ऐतिहासिक और अद्भुत स्थल सांची के स्तूप

सांची, जो भोपाल से लगभग 46 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, बौद्ध धर्म का एक प्रमुख केंद्र है। इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है। सांची के स्तूप बौद्ध कला और वास्तुकला के अद्भुत नमूने हैं, जिन्हें तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में सम्राट अशोक ने बनवाया था। यहां का मुख्य आकर्षण महास्तूप है, जिसे अशोक स्तंभ भी कहा जाता है। यह स्तूप बौद्ध धर्म के तीन प्रमुख सिद्धांतोंबुद्ध, धर्म और संघ—का प्रतीक है। इस स्तूप के चारों ओर खूबसूरत तोरणद्वार हैं, जिन पर अद्भुत नक्काशी की गई है। हर नक्काशी बौद्ध धर्म की शिक्षाओं और भगवान बुद्ध के जीवन से जुड़ी कहानियां सुनाती है। सांची के स्तूपों की स्थापत्य कला इतनी प्रभावशाली है कि यहां हर पैग, हर स्तंभ, और हर तोरणद्वार हमें बौद्ध धर्म के अनुशासन और आस्था की गहराईयों में ले जाते हैं। इन नक्काशी में बौद्ध भिक्षुओं के प्रवचनों, धार्मिक घटनाओं और बुद्ध के जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों को चित्रित किया गया है। यहां पर बना महास्तूप केवल बौद्ध धर्म का प्रतीक ही नहीं, बल्कि भारतीय कला और संस्कृति की भी उत्कृष्टता को प्रदर्शित करता है। इसके अलावा, सांची में स्थित विहार (मठ) और गिरिहों (विश्रामगृह) भी यहां के स्थापत्य की अद्वितीयता को दर्शाते हैं। ये संरचनाएं बौद्ध भिक्षुओं के लिए ध्यान और प्रार्थना के स्थान होते थे। सांची का शांत वातावरण और हर कोने में बौद्ध धर्म के सिद्धांतों की छाप, इसे एक अद्वितीय यात्रा स्थल बनाता है।अगले भाग में हम आपको लेकर चलेंगे मध्य प्रदेश के और भी आकर्षक स्थल भीमबेटका की प्राचीन गुफाओं की यात्रा पर
वीडियो लिंक : https://www.youtube.com/watch?v=pGCO1vdRz9Q

Post a Comment

0 Comments