Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

Responsive Advertisement

आंध्रप्रदेश व कनाडा के रहवासी ने बंधा में खरीदी भूमि

 आंध्रप्रदेश व कनाडा के रहवासी ने बंधा में खरीदी भूमि

मुआवजा लेने के चक्कर में देश के अन्य प्रांतों के सैकड़ों लोगों ने बंधा में भूमियों का किया है खरीदी

 भारी भरकम मुआवजा हासिल करने के लिए अभी तक देश-प्रदेश तक के लोगों का नाम सरई तहसील के बंधा कोल  माइंस में नाम जरूर सुनने में आया होगा। यहां के लिए कोई बहुत बड़ी बात नही थी। लेकिन जब विदेश में रहने वाले लोग बंधा  कोल माइंस में भूमि क्रय करें तो सुनने में अटपटा लगता है और यकीन भी नही होता है। लेकिन यह सौ आना सच है कि कनाडा देश के टोरन्टो में रहने वाले एक शक्स ने 14 ढिसमिल खरीदा है। हालांकि यह व्यक्ति मूल रूप से आंध्रप्रदेश का रहवासी है।

गौरतलब हो कि जिले के सरई तहसील अंतर्गत बंधा में एमआईएल माइंस एण्ड मिनिरल रिर्सोसेस लिमिटेड बंधा कोल ब्लॉक को भूमि आवंटित है। जहां मुआवजा जीवियों ने भारी भरकम मुआवजा पाने के लिए छोटे-बड़े  मकान नही, बल्कि हवेलियां तान दिये। किन्तु कलेक्टर चन्द्रशेखर शुक्ला ने मुआवजा जीवियों के मंशा पर उस वक्त पानी फेर दिया जब करीब 33 सौ से अधिक मकानों को एवॉर्ड से बाहर कर अवैध मान लिया। कलेक्टर के इस कड़े  एवं साहसिक कदम से मुआवजा जीवियों को तगड़ा झटका लगा है। इसी बीच बंधा कोल ब्लॉक के अधीन उक्त कंपनी के द्वारा निजी भूमि स्वामियों को (अ) भूमि पत्रक की नोटिस जारी की जा रही है। जिसमें विधिवत पंचनामा तैयार किया गया है। पंचनामा में पटवारी, वन क्षेत्र पाल/ वन रक्षक, परियोजना के प्रतिनिधि एवं नायब तहसीलदार के हस्ताक्षर हैं। बंधा कोल  ब्लॉक के अधीन नोटिस एक लोगों को नही, सैकड़ों लोगों को भेजी जा रही है। इसी दौरान एक नोटिस हाथ लगी, जिसमें संबंधित व्यक्ति मूलत: आंध्रप्रदेश का रहने वाला है, लेकिन वह वर्तमान में कनाडा देश के टोरण्टो में रहता है। उसके नाम से भी नोटिस जारी की गई है। जानकारी के मुताबिक बंधा कोल ब्लॉक के निजी भूमि, ग्राम बंधा भूमि स्वामी लाकवथ भदर्जी पिता फूल सिंह निवासी गोविन्दुला कमलापल्ली खम्माम आंध्रप्रदेश हाल पता टोरण्टो कनाडा खसरा क्रमांक 535/2/1 कुल रकवा 0.0550 हेक्टेयर। हालांकि पूरी जमीन असिंिचत है और आवादी भी नही है तथा कृषि योग्य भी नही है। उक्त व्यक्ति को कंपनी को प्रशासन के द्वारा नोटिस दी गई है। लेकिन अब सवाल उठ रहा है कि आंध्रप्रदेश के साथ-साथ कनाडा देश में रहने वाला व्यक्ति यहां भूमि क्यों और किस उद्देश्य से खरीदा है। साथ ही माध्यम कौन है। इस बात को लेकर अब तरह-तरह की चर्चाएं की जा रही है। अधिकांश लोग कलेक्टर के द्वारा करीब 33 सौ से अधिक लोगों को एवॉर्ड से बाहर करने की कार्रवाई को जायज ठहरा रहे हैं। हालांकि मुआवजा जीवियों को कलेक्टर की कार्रवाई नागवार गुजर रही है और सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी भड़ास निकाल रहे हैं।

अतिक्रमण मानकर प्रशासन उठाएगा कड़ा कदम

बंधा कोल ब्लॉक का एवॉर्ड पारित होने के बाद 3362 मकानों को एवॉर्ड से कलेक्टर के द्वारा बाहर कर दिया गया है। 812 मकान एवॉर्ड में शामिल हैं। सूत्र बता रहे हैं कि एवॉर्ड से बाहर 3362 मकानों पर प्रशासन कभी भी कड़ा एक्शन ले सकता है। चर्चाएं हैं कि उक्त मकानों को अतिक्रमण मानकर कभी भी जमीदोज करा सकता है। हालांकि इस संबंध में जिला प्रशासन व भू-अर्जन अधिकारी कानूनी प्रक्रियाओं को दूर कर आगे कड़ा एक्शन लेंगे।

पुलिस एवं राजस्व अमले के भी बने हैं मकान

मुआवजा लेने के लिए औद्योगिक कपंनियों से हर कोई अपने-अपने स्तर से प्रयास कर रहा है। इसमें खाकी वर्दी एवं राजस्व अमला भी पीछे नही है। सूत्र बताते हैं कि बंधा कोल ब्लॉक में कई पुलिस कर्मी व राजस्व अमले के भी मकान बने हुये हैं। वे अपने परिजनों व नात रिश्तेदारों के नाम से भूमि क्रय कर बड़े-बड़े मकान का निर्माण करा रखा है। इस तरह का आरोप लगाये भी जा रहे हैं। आरोपो में कितना दम है यह तो निष्पक्ष जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। लेकिन इन दिनों उक्त बातों को लेकर चर्चाएं जोरशोर से है

संवाददाता : आशीष सोनी

Post a Comment

0 Comments