खनिक अभिनंदन दिवस 2025 के अवसर पर सम्मानित हुए उत्कृष्ट कोयला क्षेत्र, इकाई एवं कर्मी
एनसीएल मे खनिक अभिनंदन दिवस- 2025 के अवसर पर विभिन्न श्रेणियों मे उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कोयला क्षेत्रों, इकाईयों व कर्मियों को सम्मानित किया गया।
इस दौरान सभी एनसीएल परियोजनाओं को विभिन्न मानकों पर दो श्रेणियों (ए और बी) में बांटा गया था । पहली श्रेणी में सालाना 15 मिलियन टन से अधिक तथा दूसरी श्रेणी में 15 मिलियन टन से कम कोयला उत्पादन करने वाले क्षेत्रों को रखा गया। सर्वाधिक कोयला उत्पादन के लिए ग्रुप ए में जयंत तथा ग्रुप बी में बीना और सर्वाधिक विभागीय अधिभार हटाव के लिए दूधीचुआ क्षेत्र (ग्रुप ए) एवं बीना क्षेत्र (ग्रुप बी) को सर्वश्रेष्ठ परियोजना के रूप में चुना गया ।
विगत वर्ष की तुलना में वर्ष 2024-25 में कोयला उत्पादन में अधिकतम प्रतिशत वृद्धि के लिए श्रेणी ए व बी में निगाही व झिंगुरदा क्रमश:, तथा विगत वर्ष की तुलना में वर्ष 2024-25 में कोयला प्रेषण में अधिकतम प्रतिशत वृद्धि के लिए श्रेणी ए में दूधीचुआ एवं श्रेणी बी में झिंगुरदा परियोजना को सम्मानित किया गया।
विगत वर्ष की तुलना में विभागीय अधिभार हटाव में अधिकतम प्रतिशत वृद्धि के लिए खड़िया व कृष्णशिला को पुरस्कृत किया गया ।
सर्वाधिक क्षमता उपयोगिता के लिए जयंत व कृष्णशिला, विगत वर्ष की तुलना मे कोयला स्टॉक में सर्वाधिक प्रतिशत कमी के लिए अमलोरी व झिंगुरदा, कोयले के प्रतिशत ग्रेड की स्वीकृति के लिए निगाही व ब्लॉक-बी, सर्वाधिक विभागीय ओएमएस के लिए जयंत व बीना, प्रति टन न्यूनतम उत्पादन लागत की श्रेणी में जयंत व कृष्णशिला, सर्वाधिक अनुमानित लाभप्रदता के लिए जयंत व कृष्णशिला चयनित हुए ।
पूर्व वर्ष की तुलना में डीजल खपत में सर्वाधिक प्रतिशत कमी के लिए खड़िया व ब्लॉक-बी, न्यूनतम बिजली खपत में अमलोरी व बीना पुरस्कृत हुए ।
पाउडर फैक्टर की श्रेणी मे कोयले के लिए अमलोरी व झिंगुरदा, अधिभार हटाव (शॉवेल-डंपर) के लिए दूधीचुआ व कृष्णशिला, अधिभार हटाव (ड्रैगलाइन) के लिए खड़िया व बीना पुरस्कृत हुए।
भारी मशीनों की सर्वाधिक उपलब्धता की श्रेणी मे ड्रैगलाइन के लिए खड़िया एवं बीना, शॉवेल के लिए दूधीचुआ व झिंगुरदा तथा डंपर के लिए निगाही व ककरी विजेता बनी ।
भारी मशीनों की सर्वाधिक उपयोगिता की श्रेणी मे ड्रैगलाइन के लिए खड़िया एवं बीना, शॉवेल के लिए जयंत व झिंगुरदा तथा डंपर के लिए जयंत व ककरी ने बाजी मारी।
पूर्व वर्ष की तुलना में शॉवेल-डंपर प्रणाली की क्षमता के उपयोग मे सर्वाधिक प्रतिशत वृद्धि के लिए दूधीचुआ व झिंगुरदा विजेता बने। जेम-पोर्टल से सर्वाधिक सामान व सेवाएँ खरीदने के लिए निगाही व बीना सर्वश्रेष्ठ कोयला क्षेत्र बने ।
निगमित सामाजिक दायित्व के बजट के सर्वाधिक प्रतिशत उपयोग के लिए खड़िया व झिंगुरदा को चयनित किया गया ।
बजट के सापेक्ष सर्वाधिक प्रतिशत पूंजीगत व्यय के लिए अमलोरी व झिंगुरदा, सर्वाधिक अवधि के लिए शून्य दुर्घटना की श्रेणी में खड़िया, बीना व ककरी को चुना गया। पिछले पांच वर्ष में शून्य दुर्घटना के लिए खड़िया व झिंगुरदा को विशिष्ट पुरस्कार दिया गया।
पर्यावरण मानकों के बेहतरीन अनुपालन के लिए अपनी–अपनी श्रेणियों में अमलोरी व कृष्णशिला, सर्वश्रेष्ठ औद्योगिक सम्बन्ध के लिए अमलोरी व बीना पुरस्कृत हुए । इसके साथ ही अमलोरी व ककरी को विगत वर्ष की तुलना में इन्वेंटरी में सर्वाधिक प्रतिशत कमी के लिए विशिष्ट पुरस्कार से नवाजा गया |
सर्वश्रेष्ठ कल्याण सुविधाओं के लिए मिला उत्कृष्टता पुरस्कार
इस दौरान परियोजनाओं में कल्याण सुविधा की श्रेणी में भी सर्वश्रेष्ठ परियोजनाओं को सम्मानित किया गया। अन्य पुरस्कारों के साथ इस श्रेणी में सुविधा इकाइयों में जयंत, दूधीचुआ व कृष्णशिला ने पहला, निगाही, बीना व ककरी ने दूसरा और खड़िया व झिंगुरदा ने तीसरा स्थान हासिल किया। इसी कड़ी में परियोजनाओं में कल्याण सुविधा (गैर उत्पादन इकाई) की श्रेणी में एनसीएल मुख्यालय को प्रथम, सीडबल्यूएस को द्वितीय एवं एनएससी जयंत को तृतीय पुरुस्कार से नवाजा गया।
महिला मंडल के माध्यम से समग्र रूप से आस-पास के समाज के कल्याण के लिए विभिन्न परियोजनाओं की महिला समितियों को भी सम्मानित किया गया ।
इसके साथ ही उत्कृष्ट प्रदर्शन करने हेतु 76 कर्मियों, 11 ग्रुप्स, एवं 12 संविदाकर्मियों को भी विभिन्न श्रेणियों में सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर विगत वर्ष 2024 -25 में आयोजित विभिन्न कोल इंडिया अंतर कंपनी स्तरीय स्पोर्ट्स स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक या प्रथम स्थान अर्जित करने वाले विभिन्न खिलाड़ियों को भी पुरस्कृत किया गया।
संवाददाता : आशीष सोनी
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