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आदिवासी मंत्री होने के बाद भी बैगा आदिवासियों का आशियाना असुरक्षित अब लड़ाई लड़ेगी -कांग्रेस आदिवासी कमेटी

 आदिवासी मंत्री होने के बाद भी बैगा आदिवासियों का आशियाना असुरक्षित अब लड़ाई लड़ेगी -कांग्रेस आदिवासी कमेटी


मंत्री सरपंच के काबिल नहीं आदिवासियों का घर बनें चिंता का विषय


 मध्य प्रदेश राज्य मंत्री के गृह ग्राम विधानसभा क्षेत्र चितरंगी मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत बहेरी से है जहां 27 जून 2025 को ग्राम पंचायत बहेरी के आदिवासी, बैगा जनजाति लगभग 30 परिवारों को वन परिक्षेत्र अधिकारी बगदरा अभ्यारण द्वारा नोटिस दिया गया है, कि दो दिवस के अंदर अभ्यारण की जमीन से घर मकान हटा कर जमीन खाली कर दो अन्यथा उनके मकानों पर बुलडोजर चलवा कर ध्वस्त कर दिया जाएगा, बैगा आदिवासियों को प्राप्त नोटिस की माने तो अब गरीबों का आशियाना असुरक्षित हो उजड़ने के कागर में है।


बताया जा रहा है उसी बगदरा अभ्यारण क्षेत्र के ग्राम पंचायत कोल्डिहा के कोल आदिवासी जनजातियों का लगभग पचासों घरों को वन परिक्षेत्र अधिकारी बगदरा अभ्यारण द्वारा बुलडोजर चला कर ध्वस्त कर दिया गया, बगदरा अभ्यारण के अधिकारियों द्वारा आदिवासियों के साथ मारपीट भी किया गया जिसकी सूचना मिलते ही कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने पीड़ित आदिवासियों के घर जाकर बैगा आदिवासियों की समस्या सुनने के बाद उन्हें ढाढस बधा उनके साथ उनकी लड़ाई लड़ने का आश्वास दिए हैं। 

 

वन विभाग द्वारा किये गए कार्यवाही का जायजा लेने पहुंचे "कांग्रेस आदिवासी कमेटी" के लोग भरोसा दिलाते हुए आदिवासियों से कहे हैं कि अब आप लोगों के हक और न्याय की लड़ाई, कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में "आदिवासी कांग्रेस कमेटी" लड़ेते हुए उग्र आंदोलन के माध्यम से आप सभी पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने का काम करेगी, जिस दौरान विशेष रूप से आदिवासी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह, जिला पंचायत सदस्य एवं किसान कांग्रेस जिला अध्यक्ष अशोक सिंह पैगाम जी, एवं ब्लॉक कांग्रेस कमेटी बगदरा के अध्यक्ष राम गोपाल बैस, रामकुमार सिंह, राज कुमार सिंह, एवं कांग्रेस पार्टी वरिष्ठ नेता देवनारायण पनिका, सहित भारी संख्या में ग्रामीण जन मौजूद रहे।

इतना ही नहीं बताया जा रहा है मौके में मौजूद गरीब वन विभाग से प्राप्त नोटिस समस्या का निराकरण कराने अपने अपने घरों की सुरक्षा को लेकर राज्य मंत्री के पास गए थे जहां उन गरीब आदिवासियों को कुछ सार्थक आश्वासन नहीं मिला, वन विभाग की भूमि में घर बना निवासरत पीड़ित आदिवासी दबे जुबान में यह भी कह रहे थे कि मंत्री जी सरपंच बनने के काबिल नहीं थीं, किंतु लंबे समय तक कई विभागों के तत्कालीन मंत्री "माननीय स्वर्गीय जगन्नाथ सिंह जी" के विरासत  चुनाव प्रचार में पैसा खर्च कर जीत गई और भाजपा सरकार द्वारा इन्हें मंत्री बना दिया गया, अब मंत्री जी गरीबों की समस्या को दरकिनार करते हुए अपने घर को और संपन्न बनाने में लगी हैं जिस कारण क्षेत्र के गरीब मजदूर आदिवासी जनता जो उन्हें वोट दिए थे वह भी परेशान हो पछता रहे हैं, हालांकि पीड़ित जनता को विपक्ष के समर्थन मिलने पर सरकार में बैठे मंत्रियों पर गंभीर आरोप लगना आम बात है पर बैगा आदिवासियों को वन विभाग द्वारा दिया गया असमय बरसात में घर उजाड़ने की नोट्स चिंता का विषय है

संवाददाता : आशीष सोनी


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